कोटा। राजस्थान के कोटा शहर से एक अत्यंत संवेदनशील और चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहाँ एक मां ने अपनी छह महीने की दुधमुंही बेटी को मात्र 2,000 रुपये में बेचने की कोशिश की। समय रहते चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम ने हस्तक्षेप कर मां और बच्ची को अपने संरक्षण में लिया।
मामला मंगलवार को सामने आया, जब चाइल्ड हेल्पलाइन कोटा की सदस्य श्रुति शर्मा, जयवीर सिंह और प्रतीक्षा फाउंडेशन की प्रतीक्षा पारीक किसी काम से एमबीएस अस्पताल पहुँची थीं। अस्पताल परिसर में उन्होंने एक महिला को गोद में 6 महीने की बच्ची लिए भीख मांगते हुए देखा।
श्रुति शर्मा ने महिला से बातचीत शुरू की। बातचीत के दौरान, महिला ने श्रुति को बताया कि यह उसकी 6 महीने की बेटी है और वह इसे मात्र 2 हजार रुपए में बेचना चाहती है। पूछताछ में महिला ने बताया कि उसका पति उसे छोड़कर कहीं चला गया है और वह अपने पति की तलाश कर रही है।
महिला की आर्थिक तंगी के साथ-साथ उसकी मानसिक स्थिति भी टीम के सदस्यों को ठीक नहीं लगी। इसके बाद, टीम सदस्यों ने तत्काल मां और बेटी को बाल कल्याण समिति (CWC) के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह राठौर के समक्ष पेश किया।
काफी पूछताछ और विचार-विमर्श के बाद, अध्यक्ष राठौर ने मां-बेटी को बालिका गृह (Girls Home) भेजने का आदेश दिया। राठौर ने बालिका की विशेष देखभाल और मां के पुनर्वास के लिए आवश्यक आदेश भी दिए हैं।
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