कोटा। रेलवे ने विजिलेंस (सतर्कता विभाग) द्वारा पकड़े गए गंगापुर के दो टीटीई (यात्रा टिकट परीक्षक) को अब कैश डीलिंग की ड्यूटी से हटाकर यात्री पूछताछ सेवा में लगा दिया है।
यह कार्रवाई तब हुई जब विजिलेंस ने 28 अक्टूबर को निजामुद्दीन-उदयपुर मेवाड़ एक्सप्रेस में छापा मारा। विजिलेंस ने हिंडौन-गंगापुर के बीच एसी कोच के टीटीई राजेश सेन को पकड़ा, जिसके पास से घोषित रकम से ₹9,020 अधिक बरामद हुए थे। इस घटना के बाद रेलवे ने राजेश को निलंबित कर दिया था।
वहीं, गंगापुर का ही एक और टीटीई, मनोज कुमार, विजिलेंस को अपनी ड्यूटी से गायब मिला था। मनोज कुमार पर गंगापुर तक की ड्यूटी अधूरी छोड़कर भरतपुर में ही उतर जाने का आरोप है। हालांकि, मनोज ने अपनी सफाई में कहा है कि वह आपातकालीन स्थिति में हिंडौन उतरा था।
दोनों टीटीई गंगापुर के हैं, और विजिलेंस ने इन दोनों के खिलाफ मामला (केस) तैयार किया था। रेलवे ने अब इन्हें कैश डीलिंग से हटाकर पूछताछ काउंटर पर ड्यूटी दी है।
विजिलेंस द्वारा ₹9,000 की अधिक राशि के साथ यह तीन महीने में पकड़ा गया दूसरा टीटीई है। इससे पहले, 23 जुलाई को कोटा के टीटीई अमर छिल्लर को ₹9,600 की अधिक राशि के साथ दयोदय ट्रेन में ड्यूटी करके उतरते समय जबलपुर स्टेशन पर पकड़ा गया था।
पकड़े जाने के बाद अमर छिल्लर को कुछ दिन स्टेशन की ड्यूटी पर लगाने के बाद वापस टीटीई की ड्यूटी पर लगा दिया गया था। लेकिन, यह मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने 19 सितंबर को छिल्लर का ट्रांसफर मोतीपुरा चौकी स्टेशन कर दिया। आश्चर्य की बात यह है कि छिल्लर के साथ ट्रांसफर हुए करीब दो दर्जन टीटीई ने तुरंत नई जगह ज्वाइन कर ली थी, लेकिन छिल्लर को करीब डेढ़ महीने तक मोतीपुरा के लिए रिलीव नहीं किया गया था।
पिछले दिनों 'कोटा रेल न्यूज़' में यह मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने अंततः छिल्लर को मोतीपुरा के लिए रिलीव कर दिया है।
#RailwayVigilance #TTE #कोटारेलवे #भ्रष्टाचार #निलंबन #पूछताछसेवा #KotaRailNews
No comments yet. Be the first to comment!
Please Login to comment.
© G News Portal. All Rights Reserved.