कोटा। रवांजना डूंगर स्टेशन के पास चलती ट्रेन से गिरे एक नाबालिक की जयपुर में इलाज के दौरान दुःखद मौत हो गई। कोटा के कुन्हाड़ी निवासी परिजनों ने बुधवार को गमगीन माहौल में नाबालिक का अंतिम संस्कार कर दिया।
इस गंभीर मामले की सूचना मिलते ही, पश्चिम-मध्य रेलवे जबलपुर मुख्यालय से आरपीएफ आईजी (IG RPF) राजीव कुमार यादव गुरुवार को कोटा पहुँचे।
कोटा पहुँचकर आईजी राजीव कुमार यादव ने आरपीएफ जवानों की एक आपात बैठक ली। इस मीटिंग में उन्होंने स्टाफ को जमकर डांट-फटकार लगाई।
खुफिया विभाग: खासकर उन जवानों को जल्द तबादले की चेतावनी दी जो लंबे समय से कोटा में जमे हुए थे।
अपराध शाखा: अपराध शाखा के जवानों को अपनी कार्यप्रणाली सुधारने की सख्त हिदायत दी गई।
गुटबाजी और ड्यूटी: आईजी राजीव कुमार यादव गुटबाजी, जातिवाद, भाई-भतीजावाद, जवानों को समय पर छुट्टी और रेस्ट न देने, और लगातार ड्यूटी कराने की शिकायतों पर अधिकारियों और निरीक्षकों पर नाराज नजर आए।
बैठक के बाद, आईजी यादव ने वर्कशॉप और कोटा पोस्ट का भी निरीक्षण किया।
उल्लेखनीय है कि पिछले शुक्रवार को गश्त के दौरान, आरपीएफ अपराध शाखा के कांस्टेबल गोखलेश शर्मा और कानाराम ने कोटा-श्रीगंगानगर ट्रेन के एसी कोच से एक नाबालिक और एक युवक को संदिग्ध अवस्था में पकड़ा था।
पुलिस के शिकंजे से बचने के लिए, रवांजना डूंगर स्टेशन के पास नाबालिक कांस्टेबल का हाथ छुड़ाकर चलती ट्रेन से कूद गया था। घंटों की तलाश के बाद नाबालिक गंभीर अवस्था में रेल पटरी के पास पड़ा मिला था।
मामले के प्रमुखता से सामने आने पर आरपीएफ प्रशासन ने कांस्टेबल गोखलेश और कानाराम को निलंबित कर दिया था। दोनों जवान अभी भी निलंबित चल रहे हैं, और आरपीएफ द्वारा मामले की विस्तृत जाँच की जा रही है।
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