BJP को हराने के लिए फिर बनेगा महागठबन्धन? अखिलेश लेंगे यूटर्न, कांग्रेस-बीएसपी से मांगा जवाब

BJP को हराने के लिए फिर बनेगा महागठबन्धन? अखिलेश लेंगे यूटर्न, कांग्रेस-बीएसपी से मांगा जवाब

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी अभी से ही शुरू है. सभी पार्टी अपनी साख मजबूत करने में लगे हैं. लेकिन किसी बड़ी पार्टी से गठबंधन न करने को कहने वाले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के एक बयान ने नए राजनीति को हवा दे दी है और महागठबन्धन की सुगबुगाहट फिर सुनाई देने लगी है. उन्होंने कहा है कि अगले साल उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले गठबंधन के लिए उनकी पार्टी के दरवाजे सभी छोटी पार्टियों के लिए खुले हैं और वह कोशिश करेंगे कि ऐसे सभी राजनीतिक दल बीजेपी को हराने के लिए एक साथ आएं. उन्होंने कांग्रेस और बीएसपी से भी पूछा कि दोनों पार्टियां किसकी तरफ हैं. उन्होने कहा क़ि हम कोशिश करेंगे कि सभी दल बीजेपी को हराने के लिए एकजुट हों.

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अखिलेश यादव ने न्यूज एजेंसी पीटीआई के साथ बातचीत में कहा, इन पार्टियों को फैसला करना चाहिए कि उनकी लड़ाई सपा से है या फिर बीजेपी से. आगामी चुनाव के लिए संभावित गठबंधनों पर सपा अध्यक्ष ने कहा, हमारी पार्टी के दरवाजे सभी छोटी पार्टियों के लिए खुले हैं. कई छोटे दल पहले से ही हमारे साथ हैं. अभी और भी आएंगे.

इंटरव्यू के दौरान, अखिलेश यादव ने पेगासस मामले में केंद्र सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा, लोकसभा में उनके पास 350 सीटें हैं. कई राज्यों में बीजेपी की सरकार है. सरकार क्यों और क्या पेगासस के जरिए से ढूंढने की कोशिश कर रही है? वे इसके जरिए से विदेशी ताकतों की मदद कर रहे हैं. वहीं, जब उनके चाचा शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारियों के बारे में पूछा गया तो अखिलेश यादव ने कहा, हम कोशिश करेंगे कि सभी दल बीजेपी को हराने के लिए एकजुट हों.

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बता दें कि बसपा प्रमुख मायावती ने अपने ट्वीट्स में अक्सर समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा है. हाल के पंचायत चुनावों में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए भाजपा पर सरकारी तंत्र का उपयोग करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा था कि ये चाल पिछली सपा सरकार द्वारा इस्तेमाल किए गए तरीकों जैसी ही थी. सतीश मिश्रा ने फिर दोहराया है कि उनकी पार्टी किसी से गठबंधन नही करेगी.