यूपी के आईएएस मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन के धर्म परिवर्तन वाले वीडियो की जांच के लिए एसआईटी गठित। सरकारी आवास पर ही मौलानाओं की बैठक बुलाई।

यूपी के आईएएस मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन के धर्म परिवर्तन वाले वीडियो की जांच के लिए एसआईटी गठित।
सरकारी आवास पर ही मौलानाओं की बैठक बुलाई।
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उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के अध्यक्ष और 1985 बैच के वरिष्ठ आईएएस मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन से जुड़े धर्म परिवर्तन के एक वीडियो की जांच अब एसआईटी करेगी। फिलहाल अपने दफ्तर और घर पर उपलब्ध नहीं है। इफ्तिखारुद्दीन के लखनऊ स्थित सरकारी आवास पर मौलानाओं की एक बैठक होने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस वीडियो में इफ्तिखारुद्दीन मौलानाओं से धर्म परिवर्तन पर चर्चा कर रहे हैं। एक मौलाना बता रहा है कि मौजूदा समय में धर्म परिवर्तन करना क्यों जरूरी है? यह वीडियो कब का है यह अभी पता नहीं, लेकिन यह वीडियो तब प्रकाश में आया है, जब यूपी में धर्म परिवर्तन को लेकर कानून बनाए जा रहे हैं तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ धर्म परिवर्तन को लेकर बहुत सख्त हैं। वीडियो के प्रकाश में आते ही सरकार ने एसआईटी के गठन की घोषणा की है। आईएएस से जुड़ा यह मामला अब पूरे उत्तर प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया है। सरकार ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया है, क्योंकि धर्म परिवर्तन के काम में एक आईएएस की भूमिका भी सामने आई है। वीडियो को देखने और सुनने से प्रतीत होता है कि इफ्तिखारुद्दीन लोक सेवक होने के बजाए धर्मगुरु हैं। इस वीडियो में इफ्तिखारुद्दीन एक कुर्सी पर बैठे हैं तो मौलाना एवं अन्य विद्वान जमीन पर हैं। यहां यह उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में पांच माह बाद ही विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में यह वीडियो और चर्चा का विषय बना हुआ है। सब जानते हैं कि यूपी के चुनाव में एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी की एंट्री भी हो गई है। ओवैसी ने भी 100 उम्मीदवार खड़े करने की घोषणा की है। ओवैसी के पार्टी के उम्मीदवार मुस्लिम बाहुल्य विधानसभा क्षेत्रों में ही अपना भाग्य आजमाएंगे।