केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी, 2025 को संसद में केंद्रीय बजट 2025-26 पेश करते हुए कृषि क्षेत्र को भारत की विकास यात्रा का प्रथम इंजन बताते हुए किसानों के लाभ के लिए कई उपायों की घोषणा की।
प्रमुख घोषणाएं:
- बिहार में मखाना बोर्ड की स्थापना: मखानों के उत्पादन, प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन और विपणन में सुधार लाने के लिए बिहार में मखाना बोर्ड स्थापित किया जाएगा।
- राष्ट्रीय उच्च पैदावार बीज मिशन: उच्च पैदावार, कीट प्रतिरोधी और जलवायु अनुकूलन के गुणों से संपन्न बीजों के विकास और प्रचार के लिए राष्ट्रीय उच्च पैदावार बीज मिशन का कार्यान्वयन किया जाएगा।
- दूसरे जीन बैंक की स्थापना: भविष्य में खाद्य और पोषण सुरक्षा के लिए 10 लाख जर्मप्लाज्म लाइनों के साथ दूसरे जीन बैंक की स्थापना की जाएगी।
- कपास उत्पादकता के लिए अभियान: कपास कृषि की उत्पादकता और वहनीयता में सुधार लाने के लिए पांच वर्षीय मिशन शुरू किया जाएगा।
- किसान क्रेडिट कार्ड ऋण सीमा में वृद्धि: किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से लिए जाने वाले ऋणों की सीमा 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये की जाएगी।
- असम में उर्वरक संयंत्र की स्थापना: असम के नामरूप में 12.7 लाख मीट्रिक टन की वार्षिक क्षमता के साथ एक उर्वरक संयंत्र की स्थापना की जाएगी।
- मत्स्य संवर्धन के लिए नया फ्रेमवर्क: अंडमान तथा निकोबार और लक्षद्वीप द्वीपों पर दीर्घकालिक मत्स्य संवर्धन के लिए नए अनुकूल फ्रेमवर्क पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
इन उपायों से किसानों को लाभ होगा और कृषि क्षेत्र में विकास और उत्पादकता में वृद्धि होगी।
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