केंद्रीय विनिर्माण प्रौद्योगिकी संस्थान (सीएमटीआई), बैंगलोर, भारी उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत समर्थ उद्योग 4.0 प्लेटफॉर्म ने आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के लिए “समर्थ उद्योग केंद्रों से विशेषज्ञ वार्ता” पर एक वेबिनार का आयोजन किया। “समर्थ उद्योग केंद्रों से विशेषज्ञ वार्ता” विषय पर आयोजित की गई इस वर्चुअल संगोष्ठी का उद्देश्य, समर्थ उद्योग केंद्रों के विशेषज्ञों द्वारा स्वदेशी प्रौद्योगिकी विकास और स्मार्ट विनिर्माण एवं उद्योग 4.0 के क्षेत्र में सहयोग के बारे में जानकारी प्राप्त करना था।
सीएमटीआई ने स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग डेमो एंड डेवलपमेंट सेल (एसएमडीडीसी) को एक कॉमन इंजीनियरिंग फैसिलिटी सेंटर (सीईएफसी) के रूप में स्थापित किया है, जिसके माध्यम से तेज गति के साथ बढ़ते हुए भारतीय विनिर्माण उद्योग के द्वारा उद्योग 4.0 और स्मार्ट विनिर्माण प्रथाओं को अपनाने की प्रक्रिया को बढ़ावा व समर्थन प्रदान किया जा सके। एसएमडीडीसी की मुख्य गतिविधियों के अंतर्गत, सीएमटीआई उद्योग 4.0 के कार्यान्वयन के बारे में जानकारी और तकनीकी ज्ञान का प्रसार कर रहा है, साथ ही यह भी जानकारी दे रहा है कि किस प्रकार से यह भारतीय तकनीकी समुदाय के लिए लाभदायक है।
उद्योग 4.0, चौथी औद्योगिक क्रांति के संदर्भ में बताता है, जो विनिर्माण का साइबर-फिजिकल ट्रांसफॉर्मेशन है। उद्योग 4.0 को साइबर-फिजिकल प्रणालियों, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, क्लाउड कंप्यूटिंग और कॉग्निटिव कंप्यूटिंग व स्मार्ट फैक्ट्री का निर्माण सहित विनिर्माण प्रौद्योगिकियों में स्वचालन एवं डेटा विनिमय की वर्तमान प्रवृत्ति के लिए एक नाम के रूप में परिभाषित किया गया है।
इस वेबिनार में अनुसंधान प्रयोगशालाओं, शैक्षिक-समुदाय, स्टार्ट-अप्स, एमएसएमई उद्योगों, निजी उद्योगों और ओईएम में काम करने वाले पेशेवर लोगों को लक्षित किया गया। स्मार्ट विनिर्माण और उद्योग 4.0 के क्षेत्र में स्वदेशी प्रौद्योगिकी एवं विकासात्मक गतिविधियों की वर्तमान स्थिति और भविष्य की संभावनाओं पर विशेषज्ञों की राय एवं समर्थ उद्योग केंद्रों के साथ सहयोग के अवसर संगोष्ठी के प्रमुख केंद्र बिंदु थे।
इस अवसर पर प्रमुख वक्ताओं में डॉ. नागहनुमैया, निदेशक सीएमटीआई, बैंगलोर, प्रोफेसर अमरेश चक्रवर्ती, प्रोफेसर, सीपीडीएम, आईआईएससी बैंगलोर, श्री दत्तात्रेय नवलगुंडकर, कार्यकारी निदेशक, सी4आई4, पुणे, प्रोफेसर सुनील झा, प्रोफेसर, आईआईटी दिल्ली, प्रो. सूर्या के. पाल, चेयरपर्सन, एएमटी, आईआईटी खड़गपुर और श्री प्रकाश विनोद, साइंटिस्ट-एफ एंड सीएच, एसएमपीएम, सीएमटीआई, बैंगलोर शामिल थे।
सीएमटीआई, भारी उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत आने वाला एक अनुसंधान एवं विकास संगठन है, जो कि विनिर्माण क्षेत्र को ‘प्रौद्योगिकी समाधान’ प्रदान करता है और देश के तकनीकी विकास में सहायता प्रदान करने की दिशा में ध्यान केंद्रित करता है। सीएमटीआई भारतीय उद्योगों के लिए एप्लाइड रिसर्च, डिजाइन और विकास (आरडीएंडडी), प्रौद्योगिकी पूर्वानुमान, असिमलेशन और विनिर्माण प्रौद्योगिकी के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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