मुख्य बातें:
• पहला द्विपक्षीय त्रि-सेवा अभ्यास
• यह अभ्यास दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों द्वारा मई 2021 में घोषित भारत-ब्रिटेन 2030 रोडमैप का परिणाम है
भारत और ब्रिटेन के सशस्त्र बलों के बीच अरब सागर में पहला द्विपक्षीय त्रि-सेवा युद्धाभ्यास, कोंकण शक्ति 21 का 27 अक्टूबर 2021 को समापन हो गया। अभ्यास के पहले संस्करण का सुचारू निष्पादन दोनों देशों और उनकी सेनाओं की पेशेवर क्षमताओं, आपसी समझ और साझा प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
चार दिनों तक चलने वाले इस अभ्यास में दोनों देशों के रक्षा बलों ने समुद्री अभियानों के सभी क्षेत्रों- वायु, सतह और अधस्तल में जटिल बहु-सेवा युद्ध अभ्यासों की एक श्रृंखला के माध्यम से एकजुट होकर काम किया। अभ्यास के दौरान किए गए कार्यों में ‘समुद्र में पुनःपूर्ति’ अभ्यास, लड़ाकू विमानों द्वारा हवाई हमला अभियान, हेलीकॉप्टरों का क्रॉस कंट्रोल, सेना के जवानों को कार्य बाँटना, हवाई लक्ष्यों पर बंदूक चलाना, उन्नत वायु और अधस्तल अभ्यास, समग्र हेलीकॉप्टर परेड शामिल हैं। यूके (एफ35बी), भारतीय नौसेना (मिग 29के) और भारतीय वायु सेना (एसयू-30 और जगुआर) के लड़ाकू विमानों के साथ बड़े पैमाने पर रक्षा बलों को इस अभ्यास में शामिल किया गया। ये सभी जरूरत पड़ने पर संयुक्त समुद्री अभियान चलाने के लिए दोनों देशों के उच्च तालमेल, पेशेवर दक्षता और तत्परता को दर्शाते हैं।
इस अभ्यास ने दोनों देशों के रक्षा बलों को एक सहयोगात्मक भावना से एक दूसरे के साथ अपनी सबसे अच्छी चीजों और अनुभवों को साझा करने का अवसर प्रदान किया जो विशेष रूप से जटिल और अप्रत्याशित वैश्विक सुरक्षा माहौल में महत्वपूर्ण है।
दोनों नौसेनाओं के जहाजों के बीच पारंपरिक स्टीम पास्ट के साथ युद्धाभ्यास का समापन हो गया।
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एमजी/एएम/केसीवी/वाईबी
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