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जल जीवन मिशन (जेजेएम)-राज्य स्तरीय वीसी में प्रगति की समीक्षा-लक्ष्यों को समय पर पूरा करने के लिए प्रयासों में और सघनता की जरूरत-अतिरिक्त मुख्य सचिव,जलदायजयपुर, 08 नवम्बर। जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) श्री सुधांश पंत ने कहा है कि प्रदेश में जल जीवन मिशन (जेजेएम) के तहत ‘हर घर नल कनेक्शन’ के लक्ष्यों को समय पर पूरा करने के लिए पब्लिक हैल्थ इंजीनियर्स को और कड़ी मेहनत करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृतियां, तकनीकी स्वीकृतियां, निविदाएं और कार्यादेश जारी करने में जो प्रगति दर्ज हुई है, उसके अनुरूप फील्ड में ‘‘हर घर नल कनेक्शन’’ की गति बढ़ाने के लिए प्रोजेक्ट एवं रेग्यूलर विंग में सभी स्तरों पर प्रयासों में सघनता लाई जाए।श्री पंत सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग (वीसी) के माध्यम से प्रदेश में जल जीवन मिशन (जेजेएम) की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जेजेएम के कार्यों को पूरा करने के लिए मार्च 2024 तक की डेडलाइन है, जिसमें अब 2 वर्ष चार माह का समय बचा है। अब आने वाले दिनों में तकनीकी प्रक्रियाओं के बीच लगने वाले समय को कम करते हुए ज्यादा से ज्यादा कार्यादेश और इसके मुकाबले मौके पर चल रहे ‘‘हर घर नल कनेक्शन’’ के कार्यों की संख्या बढ़ाने पर पूरा फोकस किया जाए। सभी कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित होएसीएस ने कहा कि जेजेएम के सभी कार्यों में गुणवत्ता को हर हाल में सुनिश्चित किया जाए। प्रदेश के किसी भी जिले में सब स्टैण्डर्ड वर्क या निर्धारित मानदंडों से कम गुणवत्ता के कार्यों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऎसा कोई भी प्रकरण पाया गया तो कठोर कार्यवाही करते हुए सम्बंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि जेजेएम सामाजिक सशक्तीकरण का एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है, इसके तहत ‘‘इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट’’ के साथ-साथ गुणवत्तापूर्ण पेयजल आपूर्ति, टंकियों की नियमित साफ-सफाई, महिला सशक्तीकरण एवं जनसहभागिता को बढ़ावा देने पर समानांतर कार्य हो। उन्होंने सतही पेयजल स्रोत पर आधारित योजनाओं के तहत सोर्स सस्टेनिबिलिटी, वाटर रिचार्ज एवं जल संरक्षण के कार्यों को महात्मा गांधी नरेगा योजना के साथ डवटेल करने, सभी जिलों में जिला जल एवं स्वच्छता समिति की प्रति माह बैठक आयोजित कराने, डिस्टि्रक्ट एक्शन प्लान, जेजेएम के कार्याे के थर्ड पार्टी इंस्पैक्शन तथा प्रदेश में शेष बचे गांवों में ‘‘हर घर नल कनेक्शन’’ के प्रस्ताव शीघ्रता से तैयार कर भेजने के बारे में भी आवश्यक निर्देश दिए।सात जिलों के अधिकारियों को धीमी प्रगति पर नोटिसएसीएस श्री पंत ने वीसी में प्रोजेक्ट, रीजन एवं सर्किल वार जेजेएम की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की निविदाएं जारी करने के बाद कार्यादेश जारी करने में देरी तथा कार्यादेश के बाद मौके पर कार्य आरम्भ करने में धीमी गति को गम्भीरता से लेते हुए टोंक, जैसलमेर, डूंगरपुर, उदयपुर, जोधपुर, भरतपुर और सवाई माधोपुर जिलों के अधीक्षण अभियंताओं को कारण बताओ नोटिस देने के निर्देश दिए। इन जिलों में स्वीकृत कार्यों के विरूद्ध निविदाएं जारी करने की प्रगति भी प्रदेश के अन्य जिलों की तुलना में कम पाई गई। जेजेएम के मिशन निदेशक डॉ. पृथ्वीराज ने कहा कि अब जिलों और प्रोजेक्ट रीजन की प्रगति की नियमित तौर पर विशेष मॉनिटरिंग होगी। उन्होंने कहा कि रेग्यूलर एवं प्रोजेक्ट विंग में जहां भी तकनीकी प्रक्रियाओं में ज्यादा गैप है, उसे दूर कर ‘एक्शन’ में बदला जाए।अब तक 20 लाख 22 हजार से अधिक श्हर घर नल कनेक्शनश के कार्यादेशबैठक में बताया गया कि प्रदेश में अब तक 30 हजार 616 गांवों में 116 वृहद पेयजल परियोजनाओं और 7975 मल्टी एवं सिंगल विलेज परियोजनाओं सहित कुल 8091 ग्रामीण पेयजल परियोजनाओं में 75 लाख 75 हजार 703 श्हर घर नल कनेक्शनश की स्वीकृतियां जारी की जा चुकी है। इसके विरुद्ध अब तक 19 हजार 175 गांवों में 7188 ग्रामीण पेयजल परियोजनाओं की तकनीकी स्वीकृतियां (47 लाख 88 हजार 434 श्हर घर नल कनेक्शनश के लिए), 17 हजार 520 गांवों में 6630 स्कीम्स (44 लाख 17 हजार 252 श्हर घर नल कनेक्शनश के लिए) की निविदाएं तथा 8177 गांवों में 3589 स्कीम्स में 20 लाख 22 हजार 704 श्हर घर नल कनेक्शनश के लिए कार्यादेश जारी कर दिए गए हैं। वर्तमान में 5743 गांवों में 2816 स्कीम्स के तहत 14 लाख 73 हजार 694 ‘‘हर घर नल कनेक्शनश’’ देने का कार्य मौके पर चल रहा है। ये रहे मौजूदवीसी से जलदाय विभाग के संयुक्त शासन सचिव श्री प्रताप सिंह, मुख्य अभियंता (जेजेएम) श्री दिनेश गोयल, मुख्य अभियंता (विशेष प्रोजेक्ट्स) श्री दिलीप गौड़, डब्ल्यूएसएसओ के निदेशक श्री हुकम चंद वर्मा, अतिरिक्त मुख्य अभियंता (ग्रामीण) श्री देवराज सोलंकी, सहित प्रदेशभर से रेग्यूलर एवं प्रोजेक्ट विंग के रीजन एवं जिलों के अतिरिक्त मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता और कनिष्ठ अभियंता भी जुड़े। ——
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