‘पीएमजेडीवाई’ दूरस्थ और पहाड़ी क्षेत्रों में पहुंच गई है जिससे समाज के सभी वर्ग लाभान्वित हो रहे हैं: विशेषज्ञ

‘पीएमजेडीवाई’ दूरस्थ और पहाड़ी क्षेत्रों में पहुंच गई है जिससे समाज के सभी वर्ग लाभान्वित हो रहे हैं: विशेषज्ञ

भारत में वित्तीय समावेश की वास्तविक यात्रा वर्ष 2014 में तब शुरू हुई जब प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) और अन्य संबंधित योजनाओं का शुभारंभ हुआ था। यह बात श्री सुशांत कुमार साहू, उप महाप्रबंधक, भारतीय स्टेट बैंक, गुवाहाटी ने प्रधानमंत्री जन धन योजना की 7वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक वेबिनार को संबोधित करते हुए कही। इस वेबिनार का आयोजन आज पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी), गुवाहाटी द्वारा किया गया।

 

 

 

    वित्तीय समावेश की चर्चा करते हुए श्री साहू ने कहा कि वित्तीय समावेश के तहत समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को ऋण, निवेश, बीमा और पेंशन से संबंधित विभिन्न वित्तीय उत्पादों के माध्यम से मुख्य रूप से विश्वसनीय वित्तीय समाधान (सॉल्‍यूशन) उपलब्‍ध कराए जाते हैं। उन्होंने बताया कि असम में पीएमजेडीवाई के तहत रिकॉर्ड संख्या में बैंक खाते खोले गए। उन्होंने कहा कि जून, 2021 तक राज्य में 50 लाख परिवारों के सापेक्ष कुल 1 करोड़ 90 लाख पीएमजेडीवाई खाते हैं। उन्होंने अपने संबोधन में पीएम जीवन ज्योति बीमा योजना और अटल पेंशन योजना जैसी अन्य योजनाओं को मिली काफी अच्‍छी सफलता पर भी प्रकाश डाला।

   श्री साहू ने सभी हितधारकों जैसे कि विभिन्न जिला एवं ब्लॉक स्तर के सरकारी पदाधिकारियों और गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) से इस कार्यक्रम में अच्छी तरह से भाग लेने का अनुरोध किया, ताकि वित्तीय समावेश कार्यक्रम लोगों के सबसे निचले तबके तक पहुंच सके और इसके साथ ही यह अभियान सफलतापूर्वक निरंतर जारी रह सके।

   वेबिनार को संबोधित करते हुए श्रीमती कुहू गांगुली, डीजीएम, भारतीय स्टेट बैंक, एलएचएम, कोलकाता ने बताया कि सिक्किम में अब तक 86 हजार जन धन खाते खोले जा चुके हैं। इसे एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए उन्होंने कहा कि जन धन योजना के लाभ दूरस्थ और पहाड़ी क्षेत्रों तक पहुंच गए हैं जिनसे सभी वर्गों के लोग लाभान्वित हो रहे हैं।  

 

 

 

   प्रोफेसर एस. एस. महापात्रा, विभागाध्यक्ष, वाणिज्य, सिक्किम केंद्रीय विश्वविद्यालय ने पीएमजेडीवाई के संदर्भ में देश में वित्तीय समावेश और आर्थिक विकास की चर्चा की। उन्होंने कहा कि सात साल की छोटी सी अवधि में भारत में कई व्‍यापक बदलाव देखे गए हैं एवं वित्तीय समावेश का परिदृश्‍य काफी मजबूत हुआ है और अब यह निर्धनतम व्यक्तियों को भी वित्तीय सेवाएं देने में सक्षम है। श्री महापात्रा ने यह भी कहा कि कोविड-19 के दौरान आत्मनिर्भर पैकेज ने लोगों को ‘जन धन’ को सभी कल्याणकारी योजनाओं के चैनल के रूप में देखने के लिए बखूबी प्रेरित किया।  

  

 

  दैनिक पूर्वोदय के संपादक श्री रविशंकर रवि ने यह राय व्‍यक्‍त की कि पीएमजेडीवाई की बदौलत हमारे देश में आबादी के निचले तबके के लिए बैंक खाता खोलना अब मुश्किल नहीं है। इस योजना के तहत सरकार ने उन लोगों को भी विशेष सुविधा उपलब्‍ध करा दी है जिन्हें बैंकों में खाता खोलने में काफी कठिनाई होती है।  

 

 

श्री गोपाजीत दास, मीडिया व संचार अधिकारी, पीआईबी ने स्वागत भाषण दिया और श्रीमति सुचरिता साहू, मीडिया व संचार अधिकारी, पीआईबी, गुवाहाटी ने वेबिनार का संचालन किया। समस्‍त पूर्वोत्तर क्षेत्र के प्रतिभागी, पत्र सूचना कार्यालय के क्षेत्रीय कार्यालय और रीजनल आउटरीच ब्यूरो आज वेबिनार से जुड़े।

 

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एमजी/एएम/आरआरएस/सीएस –

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