भारत सरकार ने ‘अंत्योदय’ के आसपास बुनियादी मूल्यों के साथ समावेशी विकास में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के मूल दर्शन के साथ एक नया मानदंड स्थापित किया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में महिलाओं का सशक्तिकरण और उद्यमिता के क्षेत्र को बढ़ावा देने पर सरकार का प्रमुख ध्यान रहा है और इस दिशा में कई परिवर्तनकारी कदम उठाए गए हैं। इनमें गरीबों को ब्याज मुक्त ऋण देने के लिए मुद्रा योजना, उज्ज्वला योजना, जिसके तहत महिलाओं को धुएं से भरे माहौल में खाना पकाने के कष्ट से मुक्ति दिलाने के लिए मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन दिए जाते हैं, बालिकाओं को शिक्षित करने के लिए बेटी बचाओ, बेटी पढाओ योजना के साथ-साथ महिलाओं को सम्मान देने के लिए तीन तलाक उन्मूलन योजना भी शामिल है।
स्टार्टअप इंडिया और इन्वेस्ट इंडिया कार्यक्रमों के माध्यम से स्टार्टअप्स और उद्यमियों को प्रोत्साहित करना सरकार के महत्वपूर्ण क्षेत्र रहे हैं। आज महिलाएं- ओलंपिक में पदक जीतने से लेकर तकनीक आधारित नए-नए समाधान प्रस्तुत करने तक, जीवन के सभी क्षेत्रों में उदाहरण पेश कर रही हैं। भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र ने भी लैंगिक समानता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। नेसकॉम के अनुमान के अनुसार, कुल आईटी कार्यबल में 35 प्रतिशत से अधिक महिलाएं हैं। सॉफ्टवेयर उत्पादों पर राष्ट्रीय नीति 2019 के तहत, सरकार महिलाओं के नेतृत्व वाली उद्यमिता को भविष्य में अगुआई करने के रूप में बढ़ावा देने और पहचानने पर विशेष जोर दे रही है।
इस दिशा में, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय-नेसकॉम महिला स्टार्टअप उद्यमी पुरस्कार महिलाओं में उद्यमशीलता की भावना को पहचानने और विकसित करने का पहला कदम है और महिलाओं की अगली पीढ़ी को भारतीय डिजिटल युग का नेतृत्व करने के लिए प्रेरित करता है ताकि मार्गदर्शक रोल मॉडल के रूप में काम किया जा सके; होनहार उद्यमियों को प्रोत्साहित करना जो न केवल देश की अर्थव्यवस्था में बल्कि सामाजिक समुदाय में भी योगदान करते हैं; और उभरते तथा भविष्य के युवा उद्यमियों के लिए नेतृत्व प्रदान करना और मार्गदर्शक के तौर पर उदाहरण के रूप में सेवाएं प्रदान करना शामिल है।
इन पुरस्कारों के परिणाम 17 अगस्त, 2021 को आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के लिए आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में घोषित किए गए। तकनीकी स्टार्ट-अप महिला उद्यमियों की भागीदारी के लिए ये पुरस्कार खुले थे और 159 आवेदन प्राप्त होने के साथ देश भर में जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली थी। उद्यमशीलता की यात्रा, वित्तीय प्रदर्शन, रणनीतिक दिशा, नवाचार और व्यवधान, बाजार की वृद्धि, व्यापार व्यवहार्यता और स्थिरता, व्यवसाय मॉडल मापनीयता, कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व, उत्पाद, व्यवसाय, बाजार और प्रौद्योगिकी उत्कृष्टता के आधार पर विस्तृत विचार-विमर्श और समीक्षा के बाद, एक प्रतिष्ठित निर्णायक समिति जिसमें इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, संयुक्त राष्ट्र महिला, उद्योग और शिक्षाविद शामिल हैं, ने 12 महिला उद्यमियों को विजेताओं के रूप में चुना, जबकि 2 महिला उद्यमियों को जूरी च्वाइस पुरस्कार विजेता घोषित किया गया और एक महिला उद्यमी को विशेष उल्लेख के रूप में सम्मानित किया गया। प्रत्येक विजेता और जूरी च्वाइस पुरस्कार विजेताओं को 2 लाख रुपये प्रदान किए गए।
सॉफ्टवेयर का उपयोग करके एक अद्वितीय व्यवसाय आधारित आउटरीच मॉडल विकसित करने से, सभी आकार के संस्थानों को अगली पीढ़ी के डिजिटल उत्पाद प्रदान करने, एआर/वीआर समाधान विकसित करने, अपशिष्ट धाराओं को संभालने के लिए, ये 15 चैंपियन, महिलाओं के लिए रोल मॉडल की एक नई पीढ़ी की शुरुआत कर रही हैं और जब तकनीक आधारित समाधानों की बात आती है तो वे किसी से पीछे नहीं हैं।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी, संचार और रेल मंत्री, श्री अश्विनी वैष्णव ने सभी प्रतिभागियों और विजेताओं को विकसित उत्कृष्ट उत्पादों के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा, “मैं समझता हूं कि आपके द्वारा विकसित की गई कई अवधारणाएं उत्पाद चरण में हैं। मुझे लगता है कि यही सफलता की असली निशानी है। पिछले साल की ही तरह, मुझे उम्मीद है कि इस वर्ष भी हम कई प्रतिभागियों को अपनी अवधारणाओं को उत्पादों में बदलते देखेंगे। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय हमेशा आपका भागीदार रहेगा और सफल उद्यमी बनने की आपकी यात्रा में सहायता प्रदान करेगा।”
महिला उद्यमियों को प्रोत्साहन देते हुए, 33 महिलाओं को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय -नैस्कॉम टेक महिला उद्यमी प्रेरक कार्यक्रम के लिए भी चुना गया है ताकि उन्हें नेटवर्क, कनेक्ट, सीखने और संसाधनों तक पहुंच प्रदान की जा सके जो कि स्केलेबल, लाभदायक और वैश्विक व्यवसाय बनाने के लिए आवश्यक हैं।
नेसकॉम की अध्यक्ष, सुश्री देबजानी घोष ने कहा, “विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार की खोज में महिलाओं को देखने से ज्यादा शक्तिशाली और आकर्षक कुछ भी नहीं है। यदि महामारी के के कारण उम्मीद की एक किरण पैदा हुई है, तो इसने हमें उस क्षण को विराम देकर यह सोचने के समय दिया है कि हम भविष्य का पुनर्निर्माण कैसे करना चाहते हैं। मुझे लगता है कि हमारे पास यह सोचने का एक शानदार अवसर है कि पुनर्निर्माण के दौरान हमें क्या बदलने की जरूरत है। हमारे पास क्षमताएं हैं और प्रौद्योगिकी है जो हमें सबसे बड़ी समस्याओं को हल करने में सक्षम बनाती है। हमें वास्तव में समावेशी भविष्य का निर्माण करने के लिए पुरुषों और महिलाओं के एक साथ काम करने की आवश्यकता है।”
भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में आजादी का अमृत महोत्सव के इस विशेष अवसर पर, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत माई गव, और संयुक्त राष्ट्र महिला ने संयुक्त रूप से अमृत महोत्सव श्री शक्ति नवाचार चुनौती 2021 का शुभारंभ किया ताकि प्रौद्योगिकी समाधान को प्रोत्साहित किया जा सके, जो महिला उद्यमियों द्वारा विकसित और महिला सुरक्षा तथा सशक्तिकरण की सुविधा प्रदान करते हैं। चुनौती का उद्देश्य ‘नारी सशक्तिकरण’ है, जो महिलाओं को उनकी पूरी क्षमता हासिल करने में मदद करने के लिए सशक्त बनाना है।
साक्ष्यों के अनुसार, सशक्तिकरण और विकास के लिए सबसे बड़ी बाधाओं में से एक है महिलाओं द्वारा लगभग सभी स्थानों-निजी, सार्वजनिक, कार्यस्थल और साइबर में हिंसा का अनुभव करना। अमृत महोत्सव श्री शक्ति चैलेंज 2021 महिला उद्यमियों और महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्ट-अप को महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए प्रौद्योगिकी समाधान खोजने के लिए समर्थन और बढ़ावा देगा।
चुनौती में भाग लेने के लिए उद्यमियों को प्रोत्साहित करते हुए, माननीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी, संचार और रेलवे मंत्री, श्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “सरकार सबसे कठिन चरण, प्रारंभिक जोखिम चरण में स्टार्ट-अप और उद्यमियों का समर्थन करेगी। 100 में से अगर 20 उद्यमी भी अगले स्तर तक पहुंचने में सफल होते हैं तो, यह देश के लिए एक शानदार यात्रा होगी। हम लाखों और फूल खिलने की प्रतीक्षा कर रहे हैं, एक लाख और उद्यमी अधिक रोजगार सृजित करने के लिए, अपनी पहचान बनाने के लिए आगे आएंगे।”
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी सचिव, श्री अजय साहनी ने कहा, “महिलाओं का विशेष अंतर्ज्ञान है जो इस पर काम कर सकता है। वे कहीं अधिक केंद्रित हैं और मल्टीटास्किंग उनके अंदर स्वाभाविक रूप से आती है। यह देखकर खुशी हो रही है कि अमृत महोत्सव श्री शक्ति चैलेंज 2021 महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए तकनीकी समाधानों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। यह अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि महिलाओं को पता चलेगा कि समस्या क्या है और प्रौद्योगिकी के साथ समस्या को हल करेगी।
माई गव प्लेटफॉर्म पर शुरू किए गए अमृत महोत्सव श्री शक्ति चैलेंज 2021 के तहत 17 सितंबर, 2021 तक प्रविष्टियां स्वीकार की जाएंगी। 10 नामांकित व्यक्तियों को चुनकर अलग किया जाएगा और एक मेंटरशिप प्रोग्राम के माध्यम से सहयोग प्रदान किया जाएगा और प्रत्येक नामांकित व्यक्ति को उनके विचारों की अवधारणा के बारे में साक्ष्य विकसित करने के लिए 1,00,000 रुपये का अनुदान दिया जाएगा। एक कठोर स्क्रीनिंग प्रक्रिया के बाद, नवंबर 2021 में जूरी द्वारा पांच विजेताओं का चयन किया जाएगा। विजेताओं को उनके समाधान विकसित करने, बाजार में लाने और समाधान को लागू करने के लिए प्रत्येक को 5,00,000 रुपये के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
भारत में संयुक्त राष्ट्र महिला प्रतिनिधि, सुश्री सुसान फर्ग्यूसन ने कहा, “श्री शक्ति चैलेंज महिलाओं के नेतृत्व वाले समाधानों को बढ़ावा देने के लिए एक बहुत ही आवश्यक मंच प्रदान करता है जो महिलाओं की सुरक्षा में सुधार कर सकता है, आर्थिक लाभ का निर्माण कर सकता है और हजारों अन्य महिलाओं को लाभान्वित कर सकता है क्योंकि हम कोविड-19 से उबर कर वापसी कर रहे हैं।”
माई गव के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अभिषेक सिंह ने कहा, “अमृत महोत्सव श्री शक्ति इनोवेशन चैलेंज एक ऐसा मंच है जहां महिला तकनीकी उद्यमी और स्टार्ट-अप महिलाओं द्वारा डिजाइन किए गए अपने उत्पादों को महिलाओं के लिए प्रदर्शित कर सकते हैं। इस चैलेंज में महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण से संबंधित अभिनव समाधान होंगे।”
2020 में आयोजित पहले श्री शक्ति चैलेंज को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली थी, जिसमें कुल 1,265 प्रविष्टियां और 10 फाइनलिस्ट शामिल थे, जिसमें देश भर की महिला उद्यमी, वैज्ञानिक और परिवर्तनकारी विचार वाले लोग शामिल थे, जिन्होंने कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए अभिनव समाधान प्रस्तुत किए थे।
भारत सरकार ने अपनी पहल आजादी का अमृत महोत्सव के माध्यम से प्रगतिशील भारत के 75 साल और अपने लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास का जश्न शुरू किया है, जो भारत के लोगों को समर्पित है, जिन्होंने न केवल भारत को अपनी विकास यात्रा में बहुत दूर तक लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है बल्कि इसके अलावा भी, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के भारत 2.0 को सक्रिय करने के दृष्टिकोण को सक्षम करने की शक्ति और क्षमता, आत्मनिर्भर भारत की भावना से प्रेरित है।
आजादी का अमृत महोत्सव भारत की सामाजिक-सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक पहचान के बारे में प्रगतिशील है। बढ़ते अवसरों के साथ, महिलाओं की बढ़ती संख्या कॉरपोरेट जीवन में प्रवेश कर रही है और कठोर कार्य प्रथाओं के विकल्प के रूप में उद्यमशीलता के करियर को अपना रही हैं। अधिकांश देशों को किसी भी देश के आर्थिक विकास में महिला उद्यमियों के संभावित योगदान का एहसास होता है। महिलाएं, उद्यमी के रूप में, लचीले समय, कार्य हिस्सेदारी, सह-कार्य, दूरस्थ कार्य आदि पर ध्यान देते हुए एक नई कॉरपोरेट संस्कृति लाती हैं और उनमें सफल होने के लिए दृढ़ता और दृढ़ संकल्प होता है।
17 अगस्त 2021 से शुरू हो रहे अमृत महोत्सव श्री शक्ति चैलेंज 2021 को मल्टी-पार्टनर ट्रस्ट फंड (कोविड-19) कार्यक्रम के तहत लागू किया जा रहा है। अधिक जानकारी, पंजीकरण विवरण और आवेदन दिशानिर्देशों के लिए, माई गव पर जाएँ https://innovateindia.mygov.in/amrit-mahotsav-shri-shakti-challenge-2021/
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय-नेसकॉम टैक के विजेताओं, जूरी च्वाइस पुरस्कार विजेताओं और महिला उद्यमियों की सूची, महिला उद्यमी प्रेरक कार्यक्रम को अनुलग्नक-I, अनुलग्नक-II और अनुलग्नक III में रखा गया है।
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