जल जीवन मिशन के कार्यों को गति देगा युवा इंजीनियर्स का कोर ग्रुप

जल जीवन मिशन के कार्यों को गति देगा युवा इंजीनियर्स का कोर ग्रुप

जलदाय विभाग की नई पहल
जल जीवन मिशन के कार्यों को गति देगा युवा इंजीनियर्स का कोर ग्रुप

जयपुर, जलदाय विभाग द्वारा जल जीवन मिशन के तहत प्रदेश में घर-घर नल कनैक्शन देने के कार्य को और गति देने के लिए युवा इंजीनियर्स का एक कोर ग्रुप बनाया गया है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में कार्यरत विभाग के सिविल, इलैक्टि्रक और मैकेनिकल आदि विंग्स के दो दर्जन इंजीनियर्स को इस विशेष समूह में जगह दी गई है। कोर ग्रप में शामिल इंजीनियर्स के लिए शनिवार को झालाना स्थित जल एवं स्वच्छता सहयोग संगठन (डब्ल्यूएसएसओ) के परिसर में आमुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें जल संसाधन विभाग में कार्यरत ऎसे ही समूह में शामिल इंजीनियर्स ने पीएचईडी के कोर ग्रुप के साथ अपने अनुभव साझा किए।

‘इन हाउस‘ डिजाइस और डीपीआर करेंगे तैयार

पीएचईडी के शासन सचिव श्री नवीन महाजन ने बताया कि इस कोर ग्रुप में शामिल युवा अधिकारियों में विभाग के तहत ही (इन हाउस) इंजीनियरिंग डिजाइंस, ड्राइग्स, एस्टीमेट तथा जीआईएस मैपिंग जैसे कार्यों को सम्पादित करने की क्षमता विकसित की जाएगी। साथ ही इनको जल जीवन मिशन के प्रोजेक्ट्स की ‘इन हाउस‘ डीपीआर तैयार करने में प्रवीण बनाने के लिए भी विशेष तौर पर प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जल संसाधन विभाग के तहत भी इंजीनियर्स का ऎसा कोर ग्रुप बनाया गया है, जो डीपीआर तैयार करने जैसे महत्त्वपूर्ण कार्यों में भागीदारी निभा रहा है।

आंतरिक दक्षता में वृद्धि से बेहतर परिणाम

श्री महाजन ने बताया कि इस पहल से विभाग की डीपीआर बनाने के लिए बाह्य एजेंसीज पर निर्भरता कम होगी तथा प्रोजेक्ट्स के कार्य शीघ्रता से सम्पादित होंगे। आने वाले समय में विभाग के सभी महत्त्वपूर्ण सैक्टर्स में बेहतर परिणाम देने के लिए आंतरिक दक्षता (कोर कॉम्पीटेंस) में वृद्धि होगी। जब विभाग की इन हाउस टीम द्वारा शीघ्रता से डीपीआर तैयार किए जाने से राज्य सरकार को राजस्व की भी बड़ी बचत होगी।

‘रिसर्च बेस्ड एप्रोच‘ के लिए करेंगे प्रेरित

श्शासन सचिव ने बताया कि आने वाले दिनों में इस कोर ग्रुप के अधिकारियों को विभागीय सेवाओं में और निखार लाते हुए गुणवत्ता में वृद्धि के लिए अलग-अलग प्लेटफाम्र्स पर समय की मांग के अनुरूप नए तौर तरीकों की जानकारी दी जाएगी। विषय विशेषज्ञों के साथ ‘इंटरक्शन‘ के माध्यम से युवा अधिकारियों को अपनी कार्यशैली में ‘रिसर्च बेस्ड एप्रोच‘ का समावेश करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। साथ ही प्रचलित ‘इंजीनियरिंग सॉफ्टवेयर्स‘ और ‘टूल्स‘ का इस्तेमाल करने की भी ट्रेनिंग दी जाएगी।

लैपटॉप, ड्राईंग टूल्स एवं सॉफ्टवेयर्स भी दिए जाएंगे

श्री महाजन ने बताया कि विभाग द्वारा कोर ग्रुप के इंजीनियर्स को लैपटॉप, प्रिंटर्स, इंजीनियरिंग डिजाईन सॉफ्टवेयर्स, ड्राईंग टूल्स, जीआईएस साफ्टवेयर्स आदि भी दिए जाएंगे। इसके बाद ये प्रदेशभर में जल जीवन मिशन के तहत संचालित विभिन्न योजनाओं के तहत अपने क्षेत्र के मुख्य अभियंताओं और अतिरिक्त मुख्य अभियंताओं की देखरेख में काम करेंगे।

चीफ इंजीनियर्स की अगुआई में बनाई तीन विशेष टीमें

कोर ग्रप के माध्यम से जल जीवन मिशन की गतिविधियों के क्रियान्वयवन के लिए जलदाय विभाग के तहत तीन विशेष टीमों का भी गठन किया गया है। ये टीम मुख्य अभियंता (शहरी एवं एनआरडब्ल्यू तथा विशेष प्रोजेक्ट्स) श्री सीएम चौहान, मुख्य अभियंता (ग्रामीण) श्री आरके मीना तथा मुख्य अभियंता (तकनीकी) श्री दिनेश गोयल की अगुआई में कार्य करेगी। इन टीमों में नोडल अधिकारी, सहायक नोडल अधिकारी तथा अन्य विशेषज्ञ इंजीनियर्स को जगह दी गई है। कोर ग्रुप के साथ शनिवार को आयोजित आमुखीकरण सत्र में सभी चीफ इंजीनियर्स तथा टीमों में शामिल अधिकारी भी मौजूद रहे।

G News Portal G News Portal
18 0

0 Comments

No comments yet. Be the first to comment!

Leave a comment

Please Login to comment.

© G News Portal. All Rights Reserved.