कोटा। मुख्यालय से इंजीनियरिंग विभाग के एक बड़े अधिकारी का निरीक्षण के नाम पर परिवार सहित सांवरिया सेठ के दर्शन का मामला सामने आया है। सुबह कोटा पहुंचे अधिकारी का परिवार कार से चित्तौड़गढ़ रवाना हो गया। अधिकारी खुद सेलून लेकर बूंदी खंड का निरीक्षण करते हुए चित्तौड़गढ़ पहुंचे। चित्तौड़गढ़ से सभी लोग करीब 35 किलोमीटर दूर सांवरिया सेठ मंदिर पहुंचे। यहां सांवरिया सेठ के दर्शन के बाद अधिकारी परिवार सहित कार से कोटा पहुंचे। इसके चलते चित्तौड़गढ़ से खाली सेलून कोटा लोटा। यहां से अधिकारी सेलून में वापस मुख्यालय लौट गए।
निरीक्षण के नाम पर भगवान के दर्शन और सेर सपाटे का यह पहला मामला नहीं है। कोटा कोचिंग में बच्चों का एडमिशन और मिलने आने, भरतपुर पक्षी विहार निहारने तथा सवाई माधोपुर रणथंभोर में बाघों को देखने के लिए मुख्यालय सहित देश भर के जीएम से लेकर बोर्ड तक के अधिकारियों की लाइन लगी रहती है। इसके चलते कभी किसी के खिलाफ कार्रवाई की बात सामने नहीं आई। चाहे देश को करोड़ों का चूना लगाता रहे।
गेटमैन को एक हजार का इनाम
निरीक्षण के दौरान जवाबों से खुश होकर इंजीनियरिंग अधिकारी ने मांडलगढ़ में एक गेटमैन को एक हजार रुपए का नगद इनाम भी दिया।