कोटा। कोटा के लोको पायलट अजय गुप्ता, जिन्होंने सोमवार को आत्महत्या कर ली थी, का शव मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। बाद में संजय नगर स्थित मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया गया। हालांकि, उनकी आत्महत्या के कारणों का खुलासा दूसरे दिन भी नहीं हो सका है और पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
रेलवे स्टाफ के बीच अजय के गृह क्लेश की चर्चाएं गर्म हैं। यह बात भी सामने आ रही है कि आत्महत्या से पहले अजय ने छुट्टी मांगी थी, जिसे लेकर उनकी लॉबी में कर्मचारियों से कुछ नोंकझोंक भी हुई थी। छुट्टी न मिलने के कारण अजय ने बाद में अपनी ड्यूटी आधी रात को चलने वाली कोटा-इटावा ट्रेन में लगवाई थी। इस ट्रेन में उन्हें गुना तक ड्यूटी करनी थी, लेकिन इससे पहले ही वह घर जाकर फांसी के फंदे पर लटक गए।
पत्नी को किचन में बंद करने की बात सामने आई अजय की आत्महत्या से पहले अपनी पत्नी से कुछ अनबन की बात भी सामने आ रही है। सूत्रों के अनुसार, अनबन के बाद गुस्से में अजय ने पत्नी को किचन में बंद कर दिया और फिर अपने कमरे में जाकर फांसी लगा ली। पत्नी के शोर मचाने पर घर पहुंचे पड़ोसियों ने उन्हें बाहर निकाला और अजय को फंदे से उतारा। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया।
स्टाफ में शोक की लहर, चर्चा का विषय बना मामला अजय के अचानक आत्महत्या कर लेने का मामला मंगलवार को दिनभर रेल कर्मचारियों के बीच चर्चा का विषय बना रहा। स्टाफकर्मी अभी भी अजय के यूँ अचानक चले जाने पर विश्वास नहीं कर पा रहे हैं। गौरतलब है कि अजय ने सोमवार को स्टेशन रोड स्थित केंद्रीय विद्यालय-2 के पास अपने घर पर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
लोको निरीक्षकों की भूमिका पर सवाल ढाई महीने में दो लोको पायलटों के आत्महत्या करने के मामलों ने लोको निरीक्षकों (एलआई) की अपने स्टाफ की मानसिक और पारिवारिक परेशानियों के प्रति जागरूकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोको निरीक्षकों पर अपने स्टाफ की मानसिक और पारिवारिक समस्याओं का ध्यान रखने की भी जिम्मेदारी होती है। यदि स्टाफ परेशानी में नजर आता है तो उसकी काउंसलिंग की जाती है, ताकि स्टाफ तनाव मुक्त होकर ड्यूटी कर सके। इसके चलते समय-समय पर अधिकारी भी सेमिनार आयोजित कर लोको पायलटों की पत्नियों से भी चर्चा करते हैं। इन लगातार हो रही घटनाओं से यह स्पष्ट हो रहा है कि इस दिशा में और अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।
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