प्रयागराज में भर रहे कुंभ मेले में रेलवे ने देशभर से अपने कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है। इसमें कोटा मंडल से भी बड़ी संख्या में रेल कर्मचारी यहां अपनी ड्यूटी देने पहुंचे हैं। लेकिन यहां कर्मचारी पानी, शौचालय और स्नान घर आदि मूलभूत सुविधाओं तक को तरस रहे हैं। कर्मचारी यहां सर्दी से बचाव के लिए पर्याप्त संख्या में रजाई-गद्दे भी नहीं देने की शिकायत भी कर रहे हैं। इसके चलते कर्मचारी अपने अधिकारियों से उन्हें वापस बुलाने की मांग भी कर रहे हैं। कर्मचारियों की शिकायतें और वापस बुलाने की मांग के वीडियो भी वायरल हो रहे हैं।
वहीं दूसरी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव मेले में यात्री सुविधाओं का दावा करने से नहीं थक रहे हैं।
कुंभ मेले में प्रयागराज क्षेत्र के 9 रेलवे स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरा के माध्यम से रेलवे बोर्ड द्वारा की जाने वाली मॉनिटरिंग व्यवस्था की शुरुआत करते समय वैष्णव ने कहा कि मेले में यात्री सुविधाओं का पूरा ध्यान रखे जाने की व्यवस्था की गई है। इस अवसर पर अश्विन ने 22 भारतीय भाषाओं और अंग्रेजी में यात्रियों को सूचना देने के लिए तैयार की गई बुकलेट भी जारी कर प्रयागराज स्टेशन पर 12 भारतीय भाषाओं में होने वाली उद्घोषणा के शुरू होने की घोषणा भी की ।
इस मौके पर अश्विन ने बताया कि पूरे महाकुंभ अवधि में 10 हजार नियमित के अलावा 3100 से अधिक विशेष गाड़ियों का परिचालन किया जाएगा। यह संख्या पिछले महाकुंभ से साढ़े चार गुना अधिक होगी। 1186 सीसीटीवी कैमरा के माध्यम से सभी स्टेशनों पर नजर रखी जाएगी। यात्रियों के लिए डायरेक्शन वाइस कलर कोडेड होल्डिंग एरिया बनाया गया है और अलग-अलग दिशा के लिए अलग-अलग रंग के टिकट जारी करने की भी व्यवस्था की गई है। साथ ही बार कोडेड यूटीएस प्रणाली भी लॉन्च की गई है।
अश्वनी ने बताया कि यहां पर बार रूम बनाया गया है। यहां 24 घंटे कर्मचारियों की तैनातगी रहेगी।
अश्विन ने बताया कि इसके अलावा 17 नए अस्थाई यात्री आश्रय का निर्माण किया गया है जिसके साथ ही प्रयाग क्षेत्र में रेलवे आश्रय स्थलों की संख्या बढ़कर 28 हो गई है। आश्रय स्थलों की होल्डिंग कैपेसिटी 21 हजार से बढ़कर 1 लाख 10 हज़ार हो गई है।
10 लाख टिकट रोज
अश्विन ने बताया कि प्रयागराज से रोज 10 लाख से अधिक टिकट जारी करने की व्यवस्था की गई है।
यात्रियों की सुविधा के लिए यहां पर 13 हजार से अधिक कर्मचारी लगाए गए हैं। इसके अलावा आरपीएफ के 10 हजार से अधिक जवान भी लगाए गए हैं।