 
        
        
जयपुर/उदयपुर। पश्चिमी विक्षोभ और अरब सागर तथा बंगाल की खाड़ी में बने मौसमी सिस्टम के चलते राजस्थान के मौसम ने अचानक करवट ली है। मौसम विभाग (IMD) ने अगले दो दिनों (27 और 28 अक्टूबर) के लिए प्रदेश के कई हिस्सों में तेज बारिश का दौर चलने की संभावना जताते हुए अलर्ट जारी किया है। बारिश के साथ ही प्रदेश में सर्दी बढ़ने की भी संभावना है।
मौसम विभाग ने दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में अवदाब तंत्रों के सर्वाधिक असर की चेतावनी दी है। कुल 11 जिलों में भारी से अति भारी बारिश की आशंका जताई गई है।
| अलर्ट | जिला (7 जिले) | बारिश की स्थिति | 
| ऑरेंज अलर्ट (अति भारी बारिश) | बूंदी, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, कोटा, प्रतापगढ़, सलूंबर और उदयपुर | कई इलाकों में तीव्र बारिश, मेघगर्जन और बिजली गिरने की संभावना। | 
कोटा और उदयपुर संभागों में सबसे ज्यादा वर्षा दर्ज होने की उम्मीद है।
मौसम विभाग ने अन्य 20 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जहाँ मध्यम से भारी बारिश की संभावना है।
| संभाग | संभावित जिले | बारिश की स्थिति | 
| जयपुर/भरतपुर | अजमेर, भरतपुर, दौसा, जयपुर, टोंक, बांसवाड़ा, बारां, भीलवाड़ा, झालावाड़, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सिरोही। | मेघगर्जन, बिजली गिरने और हल्की से मध्यम बारिश। | 
| जोधपुर | बाड़मेर, जालौर और पाली। | बादलों के साथ रिमझिम बरसात के आसार। | 
राजधानी जयपुर में सोमवार और मंगलवार को हल्की से मध्यम बारिश, जबकि कोटा और उदयपुर में मध्यम से तेज बारिश होने की संभावना है।
बारिश का सबसे ज्यादा असर किसानों पर पड़ रहा है।
नुकसान: बारां, बूंदी, और टोंक जिलों में देर रात से बारिश के कारण धान, कटी हुई मक्का और सोयाबीन की फसलें खलिहानों में भीग रही हैं, जिससे उनके खराब होने का खतरा बढ़ गया है। जिन किसानों ने गेहूं की बुवाई शुरू कर दी थी, उन्हें बीज खराब होने की चिंता सता रही है।
फायदा (भीलवाड़ा): हालाँकि, भीलवाड़ा जिले में किसान खुश हैं। कृषि विभाग के अनुसार, अक्टूबर के पहले सप्ताह में बोई गई सरसों, चना और तारामीरा जैसी रबी की फसलों के लिए यह बारिश वरदान साबित होगी और अच्छे उत्पादन में मदद करेगी।
पर्यटक: झीलों की नगरी उदयपुर में रविवार रात से जारी बारिश के बीच पर्यटक फतेहसागर और पिछोला झील किनारे मौसम का लुत्फ उठाते और राजस्थानी व्यंजनों का आनंद लेते नजर आए।
कई जिलों में रविवार को ही तापमान में गिरावट दर्ज की गई थी, जिसमें नागौर में न्यूनतम तापमान 12.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया था। मौसम विभाग के अनुसार, 27 से 28 अक्टूबर के बीच तापमान में 3 से 4 डिग्री तक की और गिरावट दर्ज की जा सकती है, जिससे सर्दी का अहसास बढ़ेगा।
IMD की सलाह: किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपनी फसलों और उपज को सुरक्षित स्थानों पर रखें। साथ ही, बिजली गिरने की संभावना के चलते खुले स्थानों पर खड़े होने या मोबाइल फोन के इस्तेमाल से बचें।
#RajasthanWeather #पश्चिमीविक्षोभ #बारिशअलर्ट #IMD #ऑरेंजअलर्ट #राजस्थानकिसान #मौसमकीकरवट
Would you like to know the forecast for the major cities in Rajasthan for tomorrow, October 28?
 G News Portal
                G News Portal
            No comments yet. Be the first to comment!
Please Login to comment.
© G News Portal. All Rights Reserved.