भूजल को रिचार्ज करने तथा जल संरक्षण के लिए मिलकर कार्य करें: कलेक्टर
भूजल विभाग की ग्राउंड वाटर रिपोर्ट पर विस्तार से की चर्चा
सवाई माधोपुर, 28 जुलाई। जिले में भूजल की स्थिति क्या है, भूजल को रिचार्ज करने, पानी की बूंद बूंद का उपयोग करने का क्या पैटर्न है, जिले के किस ब्लॉक में भूजल का अत्यधिक दोहन होता है तथा पानी की क्वालिटी कैसी है, एनीकट व अन्य जल संरक्षण ढॉंचों के निर्माण के बाद इसके आसपास भूजल स्तर, फसल पैटर्न, पेयजल और सिंचाई की स्थिति में क्या चेंज आये हैं, इस संबंध में भूजल विभाग द्वारा की गई स्टडी रिपोर्ट पर जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में कृषि, पीएचईडी, नगर परिषद सहित अन्य विभागों के अधिकारियों की उपस्थिति में भूजल विभाग की वैज्ञानिक प्रिया कंवल, सहेली व भू वैज्ञानिक सुनित कुमार ने की गई स्टडी की डिटेल को रखा।
उन्होंने जिले में ग्राउंड वाटर के संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए फ्यूचर प्लानिंग के लिए सुझाव रखे। बैठक में उन्होंने बताया कि जिले के सभी ब्लॉक अति दोहित की श्रेणी में है। भूजल रिचार्ज के लिए जल संरक्षण स्ट्रक्चर की उपयोगिता के बारे में बताया। उन्होंनें इसके लिए माइक्रो मेनेजमेंट की आवश्यकता पर जोर देते हुए भूजल का अधिक दोहन होने से रोकने के लिए अलग-अलग क्षेत्र की स्थानीय परिस्थिति के हिसाब से विशेष जागरूकता अभियान चलाने पर जोर दिया। खेती के लिए माइक्रो इरिगेशन ट्रिक्स अपनाने, बहते हुए पानी को रोकने के लिए प्रयास करने की बात कही।
सरप्लस वाटर का उपयोग करने, इसका संरक्षण करने, इसमें समुदाय की सहभागिता बढाने, गांवों में वाटरबॉडी के संरक्षण के लिए पानी समितियों का गठन करने, ‘‘कैच द रैन वाटर’’ को बढावा देने जैसे सुझाव दिए। कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने भूजल विभाग के वैज्ञानिकों द्वारा प्रस्तुत तथ्यों एवं स्टडी की सराहना करते हुए कहा कि इनके सुझावों को जिले में लागू करते हुए पानी की बूंद-बूंद का उपयोग करने तथा जल संरक्षण को बढावा देने के लिए मिलकर प्रयास के निर्देश दिए। इस मौके पर कलेक्टर ने भूजल विभाग द्वारा की गई स्टडी दस्तावेजों के पुस्तकीय रूप का विमोचन भी किया। इस अवसर पर कृषि उप निदेशक राधेश्याम, सहायक निदेशक चंद्रप्रकाश बडाया, अधीक्षण अभियंता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी सीताराम मीना, सिचाई विभाग की सहायक अभियंता सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।