कम रोशनी में की जा रही मालगाड़ियों की जांच, संरक्षा से हो रहा खिलवाड़

कम रोशनी में की जा रही मालगाड़ियों की जांच, संरक्षा से हो रहा खिलवाड़
कोटा। न्यूज़. कोटा रेलवे यार्ड में रात में कम रोशनी में मालगाड़ियों की जांच कराए जाने का मामला सामने आया है। इससे रेल संरक्षा को गंभीर खतरा उत्पन्न हो रहा है। यह मामला ऐसे समय में सामने आया है जब लगातार सामने आ रही दुर्घटनाओं के चलते रेलवे द्वारा संरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
सूत्रों ने बताया कि इन यार्ड में सीसी पैटर्न से मालगाड़ियों का परीक्षण कराया जा रहा है। इस इस परीक्षण के बाद मालगाड़ी के एक रेक को करीब 35 दिनों तक जांच की जरूरत नहीं रहती।
लेकिन इसके बाद भी यार्ड में मालगाड़ियों के परीक्षण को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा। मालगाड़ी की जांच के लिए यार्ड में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था नहीं है। कम रोशनी में ही यह महत्वपूर्ण काम कराया जा रहा है।
तेज रोशनी की जरूरत
सूत्रों ने बताया कि रात में मालगाड़ी के सीसी पैटर्न से परीक्षण के लिए ओवरहेड लाइट के एल्युमीनेशन केबल 100 से 150 लक्स की होनी चाहिए। लेकिन यहां पर यह केबल एक से पांच लक्स की ही लगी है। इससे यार्ड में रोशनी का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।
पर्याप्त रोशनी के अभाव में चलते परीक्षण में खामी रहना संभव है। इससे ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा बना रहता है।
मामले में रेलवे एंप्लाइज यूनियन के महामंत्री मुकेश गालव ने भी पत्र लिखकर प्रशासन का ध्यान इस खामी की ओर दिलाया है।