कॉलेज छात्रा से गैंगरेप के विरोध में नागौर का कुचामन कस्बा बंद रहा।

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एक कॉलेज छात्रा से कार में गैंगरेप किए जाने की घटना के विरोध में 11 अक्टूबर को राजस्थान के नागौर जिले का कुचामन कस्बा पूरी तरह बंद रहा। गैंगरेप की घटना को लेकर नागौर में भारी रोष है। लोगों की नाराजगी 11 अक्टूबर को कुचामन बंद के दौरान भी देखे को मिली। पुलिस ने दोनों आरोपी इकबाल उर्फ भाणु और मोहम्मद असराज को गिरफ्तार कर लिया है। 6 अक्टूबर को कॉलेज छात्रा कोचिंग सेंटर जाने के लिए अपने घर से निकली थी, लेकिन रास्ते में इकबाल और असराज उसे बजरन कार में बैठाकर ले गए। दोनों ने बारी बारी से बलात्कार किया और बेहोशी की हालत में छात्रा को घर के बाहर पटक गए। लोगों में इस बात की भी नाराजगी है कि इकबाल उर्फ भाणु आदतन अपराधी है और उस पर दस भी ज्यादा मुकदमे कुचामन के विभिन्न थानों में दर्ज है, लेकिन पुलिस ने कभी भी इकबाल के विरुद्ध सख्त कार्यवाही नहीं की। यदि पुलिस इकबाल पर पहले ही सख्त कार्यवाही कर देती तो कॉलेज छात्रा का गैंगरेप नहीं होता। आरोप तो यहां तक है कि कई मामलों में इकबाल को पुलिस का संरक्षण रहता है। गैंगरेप के मामले को दबाने का प्रयास भी हुआ, लेकिन पूर्व सरपंच लोकेंद्र सिंह को जब जानकारी मिली तो वे अपने समर्थकों के साथ थाने पर पहुंच गए। लोकेंद्र सिंह के दबाव में ही पुलिस को सात घंटे बाद एफआईआर दर्ज करनी पड़ी। एफआईआर के विलंब और इकबाल पर पूर्व से सख्त कार्यवाही नहीं किए जाने पर अभी तक भी किसी भी पुलिस अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही नहीं हुई है। कोचिंग सेंटर जा रही कॉलेज छात्रा के साथ साथ दिन दहाड़े गैंगरेप की घटना होने से नागौर की कानून व्यवस्था का अंदाजा लगाया जा सकता है। सबसे गंभीर बात तो यह है कि मुख्य आरोपी आदतन अपराधी है। यानी अपराधियों में पुलिस और कानून का भय नहीं है। क्या राज्य में कांग्रेस की सरकार को सख्त कार्यवाही नहीं करनी चाहिए?
जालौर में भी पिटाई:
11 अक्टूबर को सोशल मीडिया पर राजस्थान के जालौर में एक दलित युवक की पिटाई का वीडियो वायरल हुआ है। जालौर के एसपी श्याम सिंह ने इस वीडियो पर संज्ञान लिया है और वीडियो में दिख रहे लोगों की पहचान के निर्देश दिए हैं।