Dholpur : प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टर और कंपाउंडर की लापरवाही के चलते महिला की मौत इस्तगासे के जरिए मुकदमा दर्ज

Dholpur : प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टर और कंपाउंडर की लापरवाही के चलते

महिला की मौत इस्तगासे के जरिए मुकदमा दर्ज

राजस्थान के धौलपुर में संचालित एक निजी क्लीनिक के संचालक डॉ. रामविलास गुर्जर, कंपाउंडर प्रहलाद गुर्जर और धौलपुर के कोतवाली थाना के एएसआई सोबरन सिंह के खिलाफ कोर्ट के इस्तगासे के जरिए मुकदमा दर्ज कराया गया है। कोतवाली थाने में दर्ज कराए गए मुकदमे में पीड़ित ने धौलपुर शहर के प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टर और कंपाउंडर की लापरवाही के चलते उसकी पत्नी की मौत होने का आरोप लगाया। पीड़ित ने आरोप लगाया कि जब वह डॉक्टर और कंपाउंडर के खिलाफ कोतवाली थाने में केस दर्ज कराने पहुंचा तो एएसआई सोबरन सिंह ने उनके खिलाफ केस दर्ज करने से मना कर दिया था। पुलिस ने कोर्ट के इस्तगासे के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच में जुटी है।
कोतवाली थाना प्रभारी अनिल जसोरिया ने बताया कि पीड़ित देवेन्द्र कुमार (24) पुत्र रामस्वरूप गुर्जर निवासी गांव उलावटी (धौलपुर) ने बताया कि उसकी पत्नी सुमन गर्भवती थी, जिसका इलाज डॉ. बीडी जिंदल के यहां चल रहा था। 17 अक्टूबर 2022 को डिलीवरी का समय होने पर डॉक्टर बीडी जिंदल ने जांच के बाद कहा कि नॉर्मल डिलीवरी हो जाएगी। मां-बच्चा दोनों स्वस्थ है। इस पर पत्नी सुमन को धौलपुर अस्पताल में भर्ती कराया। 18 अक्टूबर हमें डॉ. रामविलास गुर्जर का कोई कर्मचारी मिला, जो उनको बहला-फुसलाकर डॉ. रामविलास गुर्जर के क्लिनिक में ले गया। यहां डॉ. ने पत्नी के खून की कमी बताई और कहा कि जच्चा-बच्चा दोनों को खतरा है, आप खून का इंतजाम करो। इस पर वह खून लेने चला गया और पीछे से डॉ. रामविलास गुर्जर ने उसकी पत्नी का ऑपरेशन कर दिया। उसकी मां ने ऑपरेशन करने से मना किया तो उसको फटकार लगाकर बाहर निकाल दिया। ऑपरेशन के बाद डॉ. रामविलास गुर्जर अपनी डयूटी पर चला गया और पीछे से किसी ने उसकी पत्नी की तरफ ध्यान नहीं दिया।
पीड़ित ने बताया है कि प्राइवेट क्लिनिक में डॉ. रामविलास गुर्जर और कंपाउंडर की लापरवाही के कारण डिलीवरी के बाद भी उसकी पत्नी के ब्लीडिंग बंद नहीं हुई। इस पर वह पत्नी को आगरा के प्राइवेट हॉस्पिटल में ले गया, जहां शरीर में खून की कमी के कारण उसकी पत्नी की मौत हो गई। पीड़ित ने बताया कि इसके बाद उसने कोतवाली थाने में डॉक्टर और कंपाउंडर के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए तहरीर दी, लेकिन एएसआई सोबरन सिंह ने मामला दर्ज करने से मना कर दिया था। थानाधिकारी ने बताया कि कोर्ट द्वारा भेजे गए इस्तगासा के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और जांच की जा रही है।