Rajasthan :12 नवंबर परीक्षा में पकडे गये आरोपियों ने पूछताछ में किये कई खुलासे

Rajasthan :12 नवंबर परीक्षा में पकडे गये आरोपियों ने पूछताछ में किये कई खुलासे

राजस्थान में 2300 पदों के लिए 12 नवंबर को दूसरी पारी के पेपर की आंसर शीट एग्जाम से पहले ही व्हाट्सएप पर आ जाने के मामले में राजसमंद व एसओजी पुलिस ने अब तक जिन 10 लोगो को हिरासत में लिया है उनमें से 1 आरोपी भरतपुर का निवासी है जबकि भरतपुर संभाग के करौली के 3 व सवाईमाधोपुर जिले में निवास करने वाले 2 आरोपी भी पुलिस की गिरफ्त में है।
हिरासत में लिए गए इन आरोपियों में से एक उदयपुर के विजली निगम में तकनीकी सहायक के पद पर कार्यरत सरकारी कर्मचारी दीपक शर्मा निवासी करौली को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि भरतपुर के लखनपुर थानांतर्गत टोहिला निवासी 27 वर्षिय योगेंद्र पुत्र कप्तान जाट, सवाई माधोपुर के गंगापुर सिटी निवासी 33 वर्षिय पवन पुत्र रामलाल, सवाई माधोपुर के बागडोली बौंली निवासी 19 वर्षिय मनीष पुत्र सीताराम सैनी, करौली के सपोटरा निवासी 26 वर्षिय जितेंद्र सैनी पुत्र लक्ष्मीचंद्र सैनी व 24 वर्षिय विजेंद्र पुत्र श्रीलाल सैनी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। हिरासत में लिए गए चार अन्य आरोपियों के नाम हेमराज (24) पुत्र मूलचंद निवासी अजयपुरा, लालसोट (दौसा), गिरिराज (30) पुत्र मूलचंद निवासी आंधी (जयपुर ग्रामीण), राजेश (26) पुत्र अर्जुनलाल मीणा निवासी हीरापुर (जयपुर ग्रामीण) व सांवलराम (28) पुत्र कल्याण मल मीणा निवासी हीरापुर, (जयपुर ग्रामीण) बताये गए है।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि 5 लाख रुपए में पेपर खरीदा गया और 6-6 लाख रुपए में बेच दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार अभ्यर्थी दीपक शर्मा को 12 नवबंर की दूसरी पारी के पेपर से एक घंटे पहले ही दोपहर 1.30 बजे आंसर शीट मिल चुकी थी। दीपक के वॉट्सऐप की जांच में 62 आंसर विकल्पों के साथ मिले। उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इस आंसर शीट को पेपर से मिलाया गया तो यह सही पाई गई थी। दीपक ने पुलिस को बताया कि उसे 9461*** सीरीज के वॉट्सऐप नंबर से यह आंसर-शीट मिली थी। पुलिस को पेपर मिलने के सोर्स के रूप में जयपुर के पवन सैनी का नाम मिला। पुलिस ने पवन को भी डिटेन कर लिया।
पूछताछ में दीपक ने बताया कि यह हल पेपर उसने उसके परिचितों करौली के सपोटरा निवासी जितेंद्र कुमार सैनी और दौसा में लालसोट के हेतराम मीणा को 6-6 लाख रुपए में बेच दिया। दीपक ने इन दोनों को वॉट्सऐप पर पेपर भेज दिया था। पुलिस ने माना कि दीपक, पवन सैनी, जितेंद्र सैनी, हेतराम व अन्य ने संगठित होकर पेपर लीक किया। फिलहाल पुलिस ने दीपक शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी 9 अन्य को पेपर लीक का संदिग्ध मानते हुए डिटेन किया है।
आरोपियों से पूछताछ जारी है। गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए पुलिस विशेष प्रयास कर रही है। पुलिस व एसओजी की इस कार्रवाई में राजसमंद एसपी सुधीर चौधरी, ASP शिवलाल बैरवा, सीओ छगन पुरोहित नाथद्वारा, पुलिस थाना टीम रेलमगरा, जयपुर डीसीपी ईस्ट राजीव पचार, डीसीपी साउथ योगेश गोयल, दौसा एसपी संजीव नैण, एसपी भिवाड़ी शांतनु कुमार सिंह, एसपी करौली नारायण टोगस, रामनगरिया थाना इंचार्ज राजेश शर्मा, जवाहर सर्कल थाना इंचार्ज सुरेंद्र सैनी, दौसा कोतवाली थाना इंचार्ज लाखनसिंह यादव, सवाई माधोपुर बौली थाना इंचार्ज कुसुम मीणा व करौली कोतवाली थाना इंचार्ज उदयभान ने विशेष भूमिका निभाई।