राजनीति में मेरी भूमिका को संघ तय करता है, फिलहाल भजन सरकार को सफल और मजबूत बनाने की जिम्मेदारी है।
राजनीति में मेरी भूमिका को संघ तय करता है, फिलहाल भजन सरकार को सफल और मजबूत बनाने की जिम्मेदारी है।

राजनीति में मेरी भूमिका को संघ तय करता है, फिलहाल भजन सरकार को सफल और मजबूत बनाने की जिम्मेदारी है।

राजनीति में मेरी भूमिका को संघ तय करता है, फिलहाल भजन सरकार को सफल और मजबूत बनाने की जिम्मेदारी है।
ईआरसीपी पर संशोधित समझौते से राजस्थान को पांच गुना पानी अधिक मिलेगा। कांग्रेस की हार के बारे में अशोक गहलोत को पहले ही बता दिया था।
दिल्ली में एक लाख राजपूत जुटे, लेकिन स्टेडियम की घास का एक तिनका भी खराब नहीं हुआ। यह होता है अनुशासन।
पुष्कर सरोवर और अजमेर की आनासागर झील गंदे पानी को रोकने के लिए विशेषज्ञ दल आएगा। सेवन वंडर की इमारतों के खर्च की वसूली जिम्मेदार अफसरों से हो।
ब्लॉग लेखन की प्रशंसा। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी नियमित पाठक।
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30 जनवरी को केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से अजमेर के सर्किट हाउस में मेरा विशेष संवाद हुआ। राजस्थान की मौजूदा राजनीति में शेखावत की महत्वपूर्ण भूमिका है। हाल ही के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हराने में शेखावत की महत्वपूर्ण भूमिका रही। आने वाले दिनों में भाजपा की राजनीति में शेखावत की क्या भूमिका होगी के सवाल पर शेखावत ने कहा कि मेरी भूमिका राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तय करता है। संघ का निर्देश मिलेगा तो वह राजनीति छोड़कर संघ के सेवा भारती में काम करना शुरू कर देंगे। अभी मुझे राजनीतिक क्षेत्र में काम करने के निर्देश हैं, इसलिए मैं भाजपा में सक्रिय हंू। हमने पहले कांग्रेस को हराया और अब भाजपा की भजनलाल शर्मा की सरकार को सफल और मजबूत बनाने की जिम्मेदारी है। शेखावत ने बताया कि जोधपुर स्थित जयनारायण व्यास यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष रहते हुए ही उन्हें जोधपुर से चुनाव लड़ने के लिए कहा गया है, लेकिन 1993 में संघ ने निर्देश दिया कि मैं पाकिस्तान से लगी राजस्थान की सीमा पर जाकर काम करू। मैंने बिना सोचे निर्देशों की पालना की और वर्ष 2014 यानि 20 वर्ष तक सीमा क्षेत्र में काम किया। संघ के निर्देश पर ही वर्ष 2014 में जोधपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ा। मुझे 2019 में भी उम्मीदवार बनाया गया। मुझे केंद्रीय जल शक्ति मंत्री का दायित्व मिला हुआ है, जिसमें ईमानदारी के साथ निर्वाह कर रहा हंू। ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट में आने वाली सभी बाधाओं को हटाते हुए राजस्थान और मध्यप्रदेश के बीच संशोधित समझौता भी करवाया है। असल में कांग्रेस के नेताओं को यह समझौता रास नहीं आ रहा है, इसलिए राजस्थान के हिस्से के पानी को लेकर आशंका जताई जा रही है। लेकिन मैं कांग्रेस के नेताओं को बता देना चाहता हूं कि संशोधित समझौते से राजस्थान को पांच गुना पानी ज्यादा मिलेगा। 13 जिलों में न केवल सिंचाई होगी, बल्कि लोगों को मांग के अनुरूप पेयजल भी उपलब्ध होगा। कांग्रेस के नेताओं को विपक्ष में बैठने की आदत डालनी चाहिए। शेखावत ने कहा कि जब उन्हें फुर्सत मिलेगी, तब पूर्व सीएम अशोक गहलोत के साथ चाय पिएंगे। शेखावत ने कहा कि गहलोत ने प्रदेश की जनता के साथ जो अन्याय किया है, उसी का नतीजा है कि आज कांग्रेस में भी उनका कोई महत्व नहीं है। वहीं भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में चल रही भाजपा सरकार प्रदेश की जनता की उम्मीदों पर खरी उतर रही है।
घास का तिनका भी खराब नहीं:
शेखावत ने बताया कि 28 जनवरी को दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में एक लाख राजपूत एकत्रित हुए। अंतर्राष्ट्रीय स्तर का यह सम्मेलन श्री क्षत्रिय युवक संघ के संस्थापक श्रद्धेय तनसिंह की जन्म शताब्दी पर आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में उनकी भी सक्रिय भूमिका रही। चूंकि स्टेडियम के मैदान पर तीन दिन बाद फुटबॉल मैच होना था, इसलिए स्टेडियम के अधिकारी मैदान में लगी घास को लेकर चिंतित थे। अधिकारियों का मानना रहा कि जब लाखों लोग आएंगे तो मैदान में लगी घास पर चलेंगे ही, लेकिन तब मैंने भरोसा दिलाया कि सम्मेलन में आने वाला एक भी व्यक्ति घास पर पैर नहीं रखेगा। चूंकि सम्मेलन स्टेडियम के अंदर सभागार में हो रहा है। इसलिए बाहर मैदान पर कोई नहीं आएगा। सम्मेलन समाप्ति के बाद अधिकारियों को आश्चर्य रहा है कि एक भी व्यक्ति ने मैदान की घास पर पैर नहीं रखा। शेखावत ने कहा कि राजपूत समाज अनुशासित है और श्रद्धेय तनसिंह की शिक्षाओं का पालन करता है। यही वजह रही कि एक लाख से भी ज्यादा लोगों की मौजूदगी के बाद भी 28 जनवरी को दिल्ली में ट्रैफिक जाम नहीं हुआ। लोग अपने वाहनों को दिल्ली से बाहर खड़े करके मेट्रो ट्रेन से स्टेडियम तक आए। शेखावत ने कहा कि 28 जनवरी को स्टेडियम में जबरदस्त अनुशासन देखने को मिला। सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह है कि सम्मेलन के माध्यम से सरकार के समक्ष कोई मांग नहीं रखी गई। किसी भी राजनेता को मुख्य मंच पर बैठने का अवसर भी नहीं दिया गया।
विशेषज्ञ दल आएगा:
पुष्कर के पवित्र सरोवर और अजमेर की आनासागर झील में गिरने वाले गंदे पानी को रोकने को लेकर केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय का विशेषज्ञ दल निरीक्षण के लिए आएगा। शेखावत ने कहा कि हमने गंगा प्रोजेक्टर में भी गंदे पानी के डायवर्सन का काम किया है। जिन विशेषज्ञों ने गंगा नदी को शुद्ध करने का काम किया उन्हीं को अजमेर और पुष्कर भेजा जाएगा। गंदे पानी को रोकने के लिए डायवर्जन पद्धति ही कारगार है। अजमेर प्रवास के दौरान नगर निगम के डिप्टी मेयर और भाजपा के नेता नीरज जैन ने शेखावत के समझ आनासागर के भराव क्षेत्र में बने सेवन वंडर की इमारतों का मुद्दा उठाया। जैन ने शेखावत को बताया कि इमारतों का निर्माण झील संरक्षण नियमों के विपरीत हुआ है। इसलिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने इन इमारतों को तोड़ने के आदेश दिए हैं। इस पर शेखावत ने कहा कि जिन अधिकारियों ने इमारतों को बनवाया उनसे इमारतों के खर्च की वसूली की जानी चाहिए। शेखावत ने कहा कि स्मार्ट सिटी की योजना केंद्र सरकार की है। ऐसे में कोई भ्रष्टाचार और अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
नियमित पाठक:
30 जनवरी को जब मैं शेखावत से मिलने के लिए सर्किट हाउस पहुंचा तो उनके कक्ष में भागीरथ चौधरी, भाजपा के शहर जिला अध्यक्ष रमेश सोनी, यूआईटी के पूर्व अध्यक्ष धर्मेश जैन, शहर महामंत्री संपत सांखला, अमित जैन, गोविंद उपाध्याय, प्रवीण जैन के साथ साथ पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी थे। इन सभी के सामने शेखावत ने मेरे ब्लॉग लेखन की प्रशंसा की और सभी को बताया कि मैं मित्तल साहब के ब्लॉग का नियमित पाठक हंू। मेरे निजी सहायक मुझे प्रतिदिन ब्लॉग पढ़वाते हैं।
S.P.MITTAL