Rajasthan : कैलादेवी में 17 अप्रैल तक मेले में जुटेंगे 50 लाख श्रद्धालु।

Rajasthan : कैलादेवी में 17 अप्रैल तक मेले में जुटेंगे 50 लाख श्रद्धालु।

उत्तर भारत का प्रसिद्ध आस्था धाम कैलादेवी का लक्खी मेला आज मंगलवार से प्रारंभ होकर 17 अप्रैल तक चलेगा। 20 दिन तक चलने वाले इस लक्खी मेले मे मध्यप्रदेश, उतरप्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, सहित विभिन्न राज्यों और राजस्थान के अन्य इलाकों से करीब 50 लाख श्रद्धालु मेले मे भाग लेगे। कोरोना संकट के चलते 2 साल बाद आयोजित हो रहे मेले में इस बार यात्रियों की संख्या ज्यादा होने की आशंका भी व्यक्त की जा रही है। इधर लक्खी मेले को देखते हुए पद यात्रियों का आना प्रारंभ हो गया है। सड़कें पदयात्रियों से अटी हुई नजर आ रही हैं।
डीजे की धुन पर नाचते गाते आ रहे हैं पदयात्री।
डीजे की धुन पर लांगुरिया गीतो पर नाचते युवक और युवतियां और कैला माता के जयकारों के बीच पदयात्रियों के जत्थे आस्थाधाम कैलादेवी देवी की ओर बढ़ रहे हैं। सैकड़ों किलोमीटर का रास्ता तय करने के बाद चेहरे पर थकान की शिकन की वजह मां के दर पहुंचने की ललक दिखाई दे रही है। तेज धूप के बावजूद पद यात्रियों के कदम थम नहीं रहे हैं । जिले के विभिन्न मार्गों पर इन दिनों दिन रात आस्था की कतार टूटती हुई नजर नहीं आ रही है।कैलामाता के लक्खी मेले में आने वाले लाखो श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा की पूरी व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा कमर कस ली गई है।
विभिन्न जगहों पर लगे भंडारे।
बाहर से कैलादेवी आने वाले पदयात्रियों के लिए भामाशाह समाजसेवी और विभिन्न संगठनों की ओर से जगह-जगह पर भंडारे आयोजित किये जा रहे हैं। जहां पर श्रद्धालुओं के लिए भोजन की व्यवस्था के साथ-साथ ठहरने और नहाने धोने की भी व्यवस्था की गई है। साथ ही श्रद्धालुओं के लिए जगह जगह पर चिकित्सकों की टीमें तैनात की गई हैं। जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए रोडवेज प्रशासन की तरफ से भी 300 से अधिक मेला स्पेशल बसें चलाई गई हैं।
जिला कलेक्टर शेखावत बोले पद यात्रियों को नहीं आने दी जाएगी कोई परेशानी।
जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया की मेले के दौरान हिण्डौन से आने वाले पदयात्राओं के लिए पांचना पुल के आस पास सुरक्षा व्यवस्था कर दी गई है। आने वाले पदयात्रियों के लिए करौली से कैलादेवी तक विभिन्न स्थानों पर प्याऊ एवं भोजन के लिए भामाशाहोें द्वारा भण्डारे की व्यवस्था की गई है। भोजन व्यवस्था के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा खाद्य निरीक्षक को भी नियमित निरीक्षण के लिए पाबन्द किया गया। विधुत विभाग द्वारा निर्वाध रूप से चौबीसों घन्टे लाईट उपलब़्ध कराने के लिए कर्मचारियों को पाबन्द करा दिया गया है। मन्दिर ट्रस्ट द्वारा सीसीटीवी कैमरे एवं पेयजल की व्यवस्था के साथ- साथ शौचालयों का निर्माण भी कराया गया है। चिकित्सा विभाग द्वारा चौबीसों घन्टे चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सकों की राउण्ड बार नियुक्ति कर दी गई है।पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के लिए कैलादेवी मेला परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाये गये है। और हजारों की संख्या मे पुलिस कर्मी नियुक्त किये गए है। अतिरिक्त आरएसी के जवानो की ड्यूटी लगाई गई है। पांचना एवं कालीसिल पर गोताखोरों की नियुक्ति कर दी गई है। मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मन्दिर परिसर में नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है।कैलादेवी मेले के दर्शनार्थ श्रद्धालुओं का आना दो दिन पूर्व से ही प्रारम्भ हो गया है। उन्होंने बताया कि कैलादेवी मन्दिर ट्रस्ट द्वारा मेला परिसर की नियमित रूप से सफाई व्यवस्था की गई है।
सुबह 4:00 बजे से रात्रि 10:00 बजे तक हो सकेगे मां के दर्शन।
मंदिर ट्रस्ट प्रबंधक महेश चंद शर्मा ने बताया कि मां कैलादेवी का लक्खी मेला इस बार 29 मार्च से प्रारंभ होगा।जिसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। दूरदराज से आने वाले भक्तों को सुबह 4:00 बजे से रात्रि 10:00 बजे तक मां के दर्शन होंगे। भक्तों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसके लिए बड़ी धर्मशाला में निशुल्क रहने की व्यवस्था के साथ ही अनेक जगहों पर निशुल्क भंडारे लगाए गए हैं। इसके साथ ही वातानुकूलित पंखे एवं पीने के पानी की व्यवस्था की गई है। साथ ही वाहनों के लिए ग्राम पंचायत के द्वारा पार्किंग की व्यवस्था टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से पूर्ण कर ली गई है। भक्तों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े इसके लिए चिकित्सा टीम की जगह जगह तैनाती की गई है। साथ ही पुलिस प्रशासन का जाब्ता भी बड़ी संख्या में लगाया गया है। ताकि भक्त लोग शांति एवं आनंद के साथ मां के दर्शन लाभ प्राप्त कर सके।