Rajasthan : महिला चिकित्सक आत्महत्या पर भाजपा ने सरकार और कांग्रेस ने पुलिस को घेरा।

Rajasthan : महिला चिकित्सक आत्महत्या पर शुरू हुई

सियासत, भाजपा ने सरकार और कांग्रेस ने पुलिस को घेरा।

दौसा के लालसोट में महिला चिकित्सक के खिलाफ धारा 302 का मामला दर्ज होने के बाद डिप्रेशन मे आकर आत्महत्या कर लेने का मामला अब सियासी रंग बदलने लगा है।मामले पर भाजपा के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा है कि चिकित्सक पर मामला दर्ज कर उसे प्रताड़ित करना और उसे आत्महत्या के लिए मजबूर कर देना प्रशासन के माथे पर कलंक है।
राजस्थान विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट कर कहा कि चिकित्सा मंत्री के क्षेत्र दौसा के लालसोट में निजी अस्पताल में प्रसव के बाद प्रसूता की मौत होने पर चिकित्सक पर धारा 302 के तहत मुकदमा दायर कर उसे मानसिक प्रताड़ना देना और चिकित्सक का सुसाइड के लिए मजबूर होना प्रशासन के माथे पर कलंक है। राठौड़ ने कहा कि स्थानीय कांग्रेस नेताओं के दबाव में पुलिस ने संवेदनहीनता की जो पराकाष्ठा की है और बिना निष्पक्ष जांच किए चिकित्सक के खिलाफ FIR दर्ज की है। उसकी मैं कड़ी निंदा करता हूं। प्रदेश में दहशतगर्दी का आलम यह है कि अब धरती का भगवान भी मरने को मजबूर है। इस घटना के विरोध में चिकित्सकों में प्रशासन के खिलाफ गहरा रोष व्याप्त है। राज्य सरकार चिकित्सक को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले दोषी पुलिस अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करे।
विप्र कल्याण बोर्ड अध्यक्ष महेश शर्मा ने घटना को बताया दुखद।
राजस्थान विप्र कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष महेश शर्मा ने महिला चिकित्सक द्वारा आत्महत्या का कदम उठाने पर दुख जाहिर किया है।अध्यक्ष ने पुलिस महानिदेशक और दौसा पुलिस अधीक्षक से वार्ता कर नाराजगी जताते हुए दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिये है।अध्यक्ष ने चिकित्सक को आत्महत्या के लिए उकसाने वालो सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं। अध्यक्ष महेश शर्मा ने बताया कि इस पुरे मामले में पुलिस की भूमिका संदिग्ध है। उन्होंने साफ शब्दों मे चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं को विप्र कल्याण बोर्ड बिल्कुल बर्दाश्त नही करेगा। उन्होंने चिकित्सक की प्रताड़ना अमानवीय बताया है। अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि हमारे देश मे डॉक्टर को भगवान के रूप मे देखा जाता है। और दोनो का ही दर्जा बराबर है। महिला चिकित्सक अर्चना शर्मा ने अपना चिकित्सकीय धर्म निभाया था। भीड़ में शामिल उकसाने वाले तत्वों की वजह से आज होनहार डॉ अर्चना को अपनी जान गवानी पड़ी। ऐसी घटना अफसोसजनक है।
यह था पूरा मामला।
दौसा जिले के लालसोट में मंगलवार को महिला चिकित्सक ने कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि चिकित्सक के खिलाफ सोमवार को उसके निजी अस्पताल में एक गर्भवती की मौत के बाद इलाज में लापरवाही का मामला दर्ज किया गया था। चिकित्सक ने मामला दर्ज होने के बाद दहशत में यह कदम उठाया।