Rajasthan : करौली में मुसलमानों की दुकानें, लेकिन प्रचार उल्टा हो रहा है-सीएम अशोक गहलोत।

Rajasthan : करौली में मुसलमानों की दुकानें, लेकिन प्रचार उल्टा हो रहा है-सीएम

अशोक गहलोत।

केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की इतनी भी औकात नहीं की ईस्टर्न कैनाल प्रोजेक्ट को स्वीकृत करवाएं।
आईएएस-आईपीएस को नहीं, जेल तो शेखावत को जाना है। जोधपुर का मुख्यमंत्री होने के बाद भी मेरी सरकार गिराने की कोशिश की।
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2 अप्रैल को हिन्दू नववर्ष पर राजस्थान के करौली में जो हिंसा हुई उसमें अब तक हिन्दू और मुसलमान शब्दों से बचा जा रहा था, लेकिन 10 अप्रैल को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सार्वजनिक तौर पर कहा कि करौली में मुसलमानों की दुकानें जली, लेकिन मीडिया में उल्टा प्रचार हो रहा है। मुसलमानों की दुकानें जलने की भी जवाबदेही होनी चाहिए।
मेरी सरकार करौली के दोषियों को सख्त सजा दिलवाएगी। सीएम गहलोत ने यह बात टीवी चैनलों पर प्रसारित उन वीडियो के जवाब में कही जिसमें 22 बाइक रैली के युवाओं पर पत्थर फेंके जा रहे हैं तथा एक समुदाय विशेष के लोग हाथों में बड़े बड़े डंडे लेकर दुकानों को क्षतिग्रस्त कर रहे हैं। कई मौकों पर पुलिस भी दिखाई दे रही है। लेकिन पुलिस कर्मी मूक दर्शक बने हुए हैं। सीएम गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने हाल ही में जो बजट घोषणाएं की है उसकी सर्वत्र प्रशंसा हो रही है। भाजपा के पास सरकार विरोध का मुद्दा नहीं है, इसलिए धर्म के नाम पर राजनीति शुरू की गई है।
राजस्थान ही नहीं बल्कि देशभर में तनाव और डर का माहौल पैदा किया जा रहा है। धारा 144 तो उत्तर प्रदेश में भी लगाई गई है, लेकिन मीडिया में सिर्फ राजस्थान को मुद्दा बनाया जा रहा है। हकीकत यह है कि पिछले साढ़े तीन साल में भाजपा ने राजस्थान में विपक्ष की भूमिका नहीं निभाई। मेरी सरकार के खिलाफ कोई बड़ा जन आंदोलन नहीं किया। सीएम ने कहा कि राजस्थान से भाजपा के 24 सांसद हैं, लेकिन विकास कार्यों में उनकी कोई भूमिका नहीं है। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का उल्लेख करते हुए गहलोत ने कहा कि शेखावत की इतनी भी औकात नहीं है कि वह राजस्थान ईस्टर्न कैनाल प्रोजेक्ट को भारत सरकार से मंजूरी दिलवाए। जबकि यह प्रोजेक्ट पिछली भाजपा सरकार का ही है। वर्ष 2018 की चुनावी सभाओं में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं कहा कि यह प्रोजेक्ट राजस्थान के 13 जिलों की प्यास बुझाएगा। पीएम के सकारात्मक रुख के बाद भी शेखावत इस प्रोजेक्ट को मंजूर करवाने में विफल है।
गहलोत ने कहा कि आखिर शेखावत काय के जल शक्ति मंत्री है। अब तो शेखावत के कथन की पोल भी खुल गई है, ऐसे में उन्हें राजनीति छोड़ देनी चाहिए। गहलोत ने कहा कि मैं जोधपुर का विधायक हंू, लेकिन शेखावत ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ मिलकर मेरी सरकार को गिराने की कोशिश की। जबकि शेखावत भी जोधपुर के ही सांसद हैं। अगले चुनाव में इस कृत्य का जवाब जोधपुर की जनता शेखावत को देगी। गहलोत ने कहा कि शेखावत ने राजस्थान के कुछ आईएएस और आईपीएस को जेल भेजने की जो बात कही है, इससे पहले शेखावत को जेल जाना चाहिए। शेखावत ने षडय़ंत्र कर मेरी सरकार गिराने का प्रयास किया। शेखावत में हिम्मत हो तो वे अपनी आवाज का सैम्पल जांच एजेंसियों को दें। शेखावत ने देशद्रोह के आरोप से बचने के लिए मेरे ओएसडी (प्रचार) लोकेश कुमार के खिलाफ ही दिल्ली में मुकदमा दर्ज कराया। गहलोत ने कहा कि शेखावत ने हमारी पार्टी के विधायकों को खरीदने का प्रयास किया था। 10 अप्रैल को सीएम गहलोत केंद्रीय मंत्री शेखावत से बेहद खफा नजर आए।
सीएम ने कहा कि संजीवनी क्रेडिट सोसायटी द्वारा की गई धोखाधड़ी में भी शेखावत और उनके परिवार के सदस्यों के नाम शामिल हैं। सोसायटी में गरीब लोगों ने पैसा जमा करवाया था। सीएम ने कहा कि गजेंद्र ङ्क्षसह शेखावत के ऑस्ट्रेलिया और अन्य देशों में जो बैंक खाते हैं उनकी भी जांच होनी चाहिए। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम गहलोत के साथ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और स्कूली शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला भी उपस्थित थे।