Rajasthan : कटारिया मानसिक रूप से अस्थिर हैं – गहलोत

Rajasthan : कटारिया मानसिक रूप से अस्थिर हैं – गहलोत

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक वार्ता में बात करते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष जो है वह क्या? क्या? बोल रहे हैं आप देख ही रहे हो, कल क्या? बोले परसों क्या? बोले, महाराणा प्रताप के बारे में क्या? बोले और अब जो है वो किसके बारे में बोल रहे हैं वो रावण और सीता. अब रावण का एग्जाम्पल उनको यही मिला क्या?, सीता ही मिली क्या? तो मैं सोचता हूं मैन्टली डिस्टर्ब लगते हैं मुझे वो।

गुलाब चंद कटारिया मैन्टली डिस्टर्ब लगते हैं. अपनी पार्टी में या तो उनको सम्मान नहीं मिलता, कुछ ना कुछ कारण जरूर है जो वह भभक जाते हैं. जब मीडिया के सामने आते हैं तो ऐसे ऐसे शब्द काम में लेते हैं, चाहे मेरे बारे में हो, चाहे किसी और नेता के बारे में हो. कोई सोच नहीं सकता कि ऐसे भी शब्द काम में लिए जाते हैं क्या? परन्तु गुलाब चंद कटारिया का मैं व्यक्तिगत सम्मान करता हूं कि वे बुजुर्ग है आरएसएस केडर के आदमी है पर बोली चाली में जो है, उनको मैंने कई बार समझाने का प्रयास भी किया आप एक लिमिट के आगे मत बढ़ो, बिलो द बेड हिट मत करो, मगर यह लोग कभी चुप रह ही नहीं सकते. महाराणा प्रताप के लिए क्या? क्या? बात बोल दी, जो राजस्थान के लोग भूल सकते हैं इनको.  इतना गुस्सा है लोगों में, कोई कल्पना नहीं कर सकता. विशेष कर राजपूत कम्यूनिटी के अन्दर छत्तीस कौम के अन्दर.

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वहीं बात, रावण सीता की बात हो गई. क्या! हिंदू लोग इन्हें बर्दाश्त करेंगे क्या, हिंदुत्व की बात करते हैं राष्ट्रवाद की बात करते हैं. इनका राष्ट्रवाद चुनाव जीतने के लिए है इनका हिंदुत्व चुनाव जीतने के लिए है.
हमारा हिंदुत्व धार्मिक भावना के आधार पर है हम सबको गर्व है कि हम हिंदू है, गांधी जी ने यह कहा था कि मुझे गर्व है कि मैं हिंदू हूं परन्तु हर धर्म का सम्मान करना हमारा कर्तव्य बनता है, यह उन्होंने कहा था।