Rajasthan : सचिन पायलट से बार-बार मुलाकात करने के गांधी परिवार के रुख से खुश नहीं है राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत।

Rajasthan : सचिन पायलट से बार-बार मुलाकात करने के गांधी परिवार के रुख से

खुश नहीं है राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत।

इसलिए कहा, मेरा इस्तीफा तो परमानेंट तौर पर सोनिया गांधी के पास रखा है।
आखिर कवि कुमार विश्वास के समर्थन में आ ही गए मुख्यमंत्री गहलोत।
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अभी यह तो नहीं कहा जा सकता कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस का नेतृत्व करने वाले गांधी परिवार से नाराज हैं, लेकिन गांधी परिवार के सदस्य श्रीमती सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जिस तरह से बार बार सचिन पायलट (पूर्व डिप्टी) सीएम और कांग्रेस में गहलोत के प्रतिद्वंदी से मुलाकात कर रहे हैं, उससे अशोक गहलोत खुश नहीं है, इसलिए 23 अप्रैल को राजस्व सेवा परिषद के समारोह में गहलोत का कहना है कि मेरा इस्तीफा तो परमानेंट तौर पर सोनिया गांधी के पास है।
असल में पायलट जब भी गांधी परिवार के किसी सदस्य से मिलते हैं, तब मीडिया में राजस्थान में मुख्यमंत्री बदलने या फिर पायलट को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनने की खबरें आ जाती है। गहलोत ने ऐसी सभी खबरों को अफवाह बताते हुए, एक तरह से गांधी परिवार को भी चेतावनी दे दी है। गहलोत ने 23 अप्रैल को साफ कर दिया है कि पायलट भले ही दिल्ली में 10 जनपथ (सोनिया गांधी का सरकारी आवास) स्थायी तौर पर बैठे रहे, लेकिन उन्हें मुख्यमंत्री के पद से कोई नहीं हटा सकता है। अगले वर्ष नवंबर में होने वाले चुनाव तक वे ही मुख्यमंत्री रहेंगे। गहलोत की यह सोच सही है कि मौजूदा कार्यकाल में उन्हें कोई नहीं हटा सकता। असल में अब अशोक गांधी परिवार की मजबूरी बन गए हैं। पूरे देश में कांग्रेस का शासन राजस्थान और छत्तीसगढ़ में ही रह गया है।
अशोक गहलोत शुरू से ही गांधी परिवार के प्रति वफादार रहे हैं। ऐसे में मौजूदा कार्यकाल में गहलोत को हटाने का सवाल ही नहीं उठता, भले ही चुनाव के परिणाम कुछ भी रहे। 2013 में जब अशोक गहलोत ही मुख्यमंत्री थे, तब कांग्रेस को 200 में से मात्र 21 सीटें मिली थी। इतनी बुरी गत के बाद ही सचिन पायलट को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। पायलट ने जो मेहनत की उसी का परिणाम रहा कि 2018 में कांग्रेस को बहुमत मिला, लेकिन पायलट की दावेदारी को दरकिनार कर गहलोत को मुख्यमंत्री बना दिया गया। अशोक गहलोत माने या नहीं, लेकिन सचिन पायलट के सहयोग के बिना कांग्रेस सरकार की वापसी नहीं हो सकती है। यह बात अलग है कि पायलट की अभी सरकार और संगठन में कोई भूमिका नहीं है। पायलट की इतनी अनदेखी के बाद पायलट की लोकप्रियता कम नहीं हुई है।
कुमार विश्वास का समर्थन:
सुप्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास के विरुद्ध पंजाब पुलिस ने जो आपराधिक मुकदमा दर्ज किया है, उस पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नाराजगी जताई है। सब जानते हैं कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है। कुमार विश्वास ने पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल पर अलगाववादियों से संबंध होने के आरोप लगाए थे। इन आरोपों के मद्देनजर ही कुमार विश्वास पर मुकदमा दर्ज किया गया है। सीएम गहलोत का कहना है कि अब आप पार्टी भी भाजपा के रास्ते पर चल रही है। उल्लेखनीय है कि सीएम गहलोत ने कुमार विश्वास की पत्नी मंजू शर्मा को राजस्थान लोकसेवा आयोग का सदस्य बना रखा है।