Bharatpur : संत समाज द्बारा क्रेशर बंद करवाने का मामला

Bharatpur : संत समाज द्बारा क्रेशर बंद करवाने का मामला

राजस्थान के भरतपुर में संत समाज द्बारा क्रेशर बंद करवाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बल्लभ सम्प्रदाय के 7वीं पीठ के पीठाधीश्वर के बाद अब कामां के व्यापारी भी क्रेशर के संचालकों के समर्थन में आ गए हैं। कामां के व्यपारियों का कहना है कि, जो लीगल क्रेशर चल रहे हैं उनके बंद होने से बेरोजगारी बढ़ेगी। मेवात इलाके में पहले से ही बेरोजगारी है, इसलिए क्रेशर बंद नहीं होने चाहिए। लेकिन संत समाज क्रेशर बंद करवाने की मांग पर अड़ा हुआ है। 1 दिसंबर से संत समाज ने क्रेशर बंद करवाने के लिए आंदोलन का एलान किया हुआ है। व्यापारियों का कहना है कि, कामां क्षेत्र में रोजगार का मुख्य साधन क्रेशर उद्योग है। क्रेशर से व्यापारी, मजदूर, वाहन चालकों के परिवारों का पालन पोषण हो रहा है, लेकिन कुछ साधु उत्तर प्रदेश से आकर कामां क्षेत्र में रोजगार के साधन खत्म करवाना चाहते हैं। अगर उन्हें विकास करवाना है तो उत्तर प्रदेश में करवाएं। यहां कामां क्षेत्र के लोगों का रोजगार न छीने। कामां में भी संत समुदाय और पीठाधीश्वर है, जिन्हें क्रेशर उद्योग से कोई आपत्ति नहीं है। इसलिए व्यापार महासंघ कामां क्रेशर को बंद करवाने की मांग करने वाले संतों का विरोध करता है।