Bharatpur : दिव्यांग मूक बधिर लड़की से दुष्कर्म के मामले में थाना पुलिस कठघरे में – रूपवास

Bharatpur : दिव्यांग मूक बधिर लड़की से दुष्कर्म के मामले में थाना पुलिस कठघरे में

– रूपवास

भरतपुर। राजस्थान में भरतपुर के रूपवास थाना क्षेत्र में 8 साल की दिव्यांग और मूक बधिर लड़की से दुष्कर्म के मामले को लेकर थाना पुलिस एक बार फिर कठघरे में है। 20 मार्च को एक नामजद आरोपी की कथित बहशी हवस का शिकार बनी इस बेहद दयनीय मासूम की दो दिन तक रिपोर्ट तक दर्ज नही की गई क्योंकि आरोपी के पिता के पुलिस के अधिकारियों से अच्छे सम्बन्ध बताये जा रहे हैं। बाद में पीड़ित परिवार फरियाद लेकर उच्चाधिकारियों के पास पहुचा तो अब मामला तो दर्ज कर लिया गया लेकिन थानां पुलिस के अधिकारी अपनी खाल बचाने के लिए तरह तरह के दस्ताबेज तैयार कर मामले में हुई देरी से अपने को बचाने में लग गए है और कोशिश की ज रही है कि इस देरी का ठीकरा पीड़ित परिवार के सिर पर ही फोड़ा जाए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मामले के तूल पकड़ने के बाद आरोपी गोपाल पुत्र गीतम कुशवाह को राउंडअप कर पूछताछ करने की बात कही जा रही है। पता चला है कि 20 मार्च को जब मासूम के परिजन थाने पर फरियाद लेकर गए तो उन्हें आरोपी के साथ राजीनामा कर लेने तक की सलाह देकर घर भेज दिया गया।
इस मामले को लेकर पुलिस का कहना है कि पीड़िता की माँ ने 20 मार्च को थाने पर उसकी मासूम दिव्यांग और मूक बधिर बेटी के साथ दुष्कर्म की रिपोर्ट तो दी थी लेकिन कुछ देर बाद उसने अपनी दी गई रिपोर्ट को गलत ब भावावेष में आकर देना बता कर कोई कार्यवाही नही करने के लिए भी लिखित प्रार्यना पत्र दिया था। पुलिस की इस कहानी में गौर करने लायक बात यह भी है कि जब पीड़ित परिवार आरोपी के खिलाफ कोई कार्यवाही नही करने की लिखित प्रार्थना कर चुका था तो उसे अपनी फरियाद लेकर पुलिस के उच्चाधिकारियों से गुहार क्यों लगानी पड़ी।
फिलहाल पुलिस ने मासूम दिव्यांग और मूक बधिर नावालिगा को बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया है। पीडिता का मैडीकल मुआयना कराया सेम्पल जांच हेतु एसएफएल जयपुर भिजवाये गये ह