Sawai Madhopur : बजरी माफिया ने कांस्टेबल की बाईक को मारी टक्कर, फिर भी कोतवाल माफिया पर मेहरबान।

Sawai Madhopur : बजरी माफिया ने कांस्टेबल की बाईक को मारी टक्कर, फिर भी

कोतवाल माफिया पर मेहरबान।

सवाई माधोपुर में बजरी माफियाओं का दुस्साहस इतना बढ़ गया है कि वे अब पुलिस को सीधी चुनोती दे रहे है । ऐसा ही एक मामला कोतवाली थाना क्षेत्र में सामने आया है। जहाँ अवैध बजरी से एक भरे ट्रैक्टर ट्रॉली चालक ने बाईक सवार पुलिस कांस्टेबल को टक्कर मार दी। ट्रैक्टर की टक्कर से कांस्टेबल की बाईक छतिग्रस्त हो गई।गनी मत रही कि कांस्टेबल सीताराम ने एन वक्त पर बाईक से छलांग मार दी।जिससे वो बाल बाल बच गया वरना कांस्टेबल की जान भी जा सकती थी।पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कोतवाली थाने की शहर चौकी पुलिस को सूचना मिली थी कि अवैध बजरी से भरे दो ट्रैक्टर ट्राली पुराने शहर के गुरुद्वारा के पास से निकल रहे है।सूचना पर शहर चौकी पर तैनात पुलिस कांस्टेबल बाईक लेकर गुरुद्वारा पहुंचा और अवैध बजरी से भरे ट्रैक्टर ट्रालियों को रुकवाने का प्रयास किया ।

यह भी पढ़ें :   Malarna : स्वैच्छिक रक्तदान शिविर 18 फरवरी को - मलारना डूंगर

लेकिन एक ट्रैक्टर चालक ने पुलिस कांस्टेबल की परवाह किये बिना ही कांस्टेबल की बाइक को टक्कर मार दी और मौके से फरार होने का प्रयास किया।ट्रैक्टर की टक्कर से कांस्टेबल सीताराम की बाईक पूरी तरह छतिग्रस्त हो गई। गनीमत रही कि कांस्टेबल ने समय रहते बाईक से छलांग मार दी।जिससे कांस्टेबल सीताराम की जान बाल बाल बच गई। वरना ट्रैक्टर की टक्कर से कांस्टेबल की जान भी जा सकती थी । हालांकि इस दौरान कोतवाली थाना पुलिस ने ट्रैक्टर की घराबन्दी कर ट्रैक्टर ट्रॉली को जब्त कर लिया और ट्रैक्टर चालक को भी हिरासत में ले लिया। वही इस दौरान दूसरा ट्रैक्टर चालक ट्रॉली खाली कर भाग निकला। इस पूरे वाकिये में कोतवाली थानाधिकारी चन्द्रभान का रवैया कुछ अजीब नजर आया।

पुलिस कांस्टेबल के टक्कर मारने वाले ट्रैक्टर चालक फुटेज करने के लिए जब मीडिया द्वारा कोतवाल से कहा गया तो ना नुकर करते नजर आए और ट्रैक्टर चालक पर महरवानी करते हुए मीडिया को ट्रैक्टर चालक के फुटेज तक उपलब्ध नही करवाये। जबकि उसने एक कांस्टेबल को जान से मारने की कोशिश की थी। दरअसल कोतवाल चन्द्रभान हमेशा किसी ना किसी वजह से विवादों में रहते है ,पूर्व में भी एक आरोपी से जब्त की गई पिस्टल को लेकर अभी उनके खिलाफ जाँच चल रही है और एसपी द्वारा उन्हें 17 सीसी नोटिस भी दिया गया है।बावजूद उसके कोतवाल किसी की परवाह नही करते और हमेशा कुछ ना कुछ ऐसा करते ही रहते है जिससे उनका विवादों से नाता जुड़ा रहता है । यकीन मानिए बजरी माफियाओं एंव पुलिस की सांठ गांठ किसी से छिपी नही है । लेकिन जब पुलिस पर ही जनलेवा हमला हो तब भी कोतवाल का ऐसा रवैया, ये दाल के कुछ काला है कि तरफ इशारा करता है।