सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने पायलट आधार पर परीक्षण के जरिए 4 राज्यों में राष्ट्रीय राजमार्गों के गुणवत्ता निरीक्षण के लिए मोबाइल इंस्पेक्शन वैन्स की सेवाएं लीं

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (एमओआरटीएच) ने पायलट आधार पर 4 राज्यों – गुजरात, राजस्थान, ओडिशा और कर्नाटक में गैर-विनाशकारी परीक्षण (एनडीटी) के जरिए राष्ट्रीय राजमार्गों के गुणवत्ता निरीक्षण के लिए मोबाइल इंस्पेक्शन वैन्स (एमआईवी) की सेवाएं ली हैं। ये वैश्विक गुणवत्ता मानकों के अनुरूप राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण की दिशा में मंत्रालय की प्रतिबद्धता का तौर पर किया गया है।

गुणवत्ता से जुड़े मुद्दों को पहचानने के लिए ज्यादा सक्रिय नजरिया शामिल करके, इन एमआईवी के इस्तेमाल से राष्ट्रीय राजमार्गों के कार्यों की मौजूदा गुणवत्ता नियंत्रण और गुणवत्ता स्वीकृति प्रणाली में इज़ाफा होगा।

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इन मोबाइल इंस्पेक्शन वैन्स का इस्तेमाल करके हर राज्य में हर तिमाही 2000 किमी राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का निरीक्षण किया जाएगा। एनएचएआई/एनएचआईडीसीएल/राज्य पीडब्ल्यूडी और एमओआरटीएच की अन्य एजेंसियों द्वारा कार्यान्वित की जा रही विभिन्न परियोजनाओं का निरीक्षण किया जाएगा।

गुजरात के लिए अनुबंध समझौते पर आज हस्ताक्षर किए गए। राजस्थान, ओडिशा और कर्नाटक के लिए अनुबंध समझौते पर जल्द ही हस्ताक्षर किए जाएंगे। भविष्य में अन्य राज्यों में ऐसी और वैन लगाई जाएंगी।

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इन एमआईवी के जरिए पैदा हुए गैर-अनुरूपता के परीक्षण परिणामों और अलर्ट्स को एक गुणवत्ता नियंत्रण पोर्टल के जरिए रियल टाइम आधार पर विभिन्न हितधारकों के साथ साझा किया जाएगा। इस पोर्टल को एमओआरटीएच द्वारा विकसित किया जा रहा है।

 

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