आरआईएनएल ने होमी भाभा कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र (एचबीसीएच एंड आरसी) विशाखापत्तनम के सहयोग से तंबाकू उपयोग के खतरों पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया

डब्ल्यूएचओ-नो टोबैको अभियान के अनुरूप आजादी का अमृत महोत्सव समारोह के एक अंग के रूप में, विशाखापत्तनम स्टील प्लांट के विशाखा स्टील जनरल हॉस्पिटल (वीएसजीएच) ने होमी भाभा कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र (एचबीसीएच एंड आरसी) विशाखापत्तनम के सहयोग से आज एक जागरूकता कार्यक्रम का उक्कू क्लब के एमपी हॉल में आयोजन किया। इस कार्यक्रम उद्देश्य तंबाकू सेवन के खतरों के प्रति लोगों को जागरूक बनाना और तंबाकू मुक्त समाज को बढ़ावा देने से जुड़ा था।

जागरूकता कार्यक्रम का उद्घाटन आरआईएनएल के मुख्य प्रबंध निदेशक और मुख्य अतिथि श्री अतुल भट्ट किया। इस अवसर पर एचबीसीएच एंड आरसी के निदेशक डॉ उमेश महंतशेट्टी, आरआईएनएल के निदेशक, सीवीओ डॉ प्रकाश और प्रीवेन्टिव ऑन्कोलॉजी विभाग (एचबीसीएच एंड आरसी) के सहायक प्रोफेसर और जागरूकता कार्यक्रम में अतिथि वक्ता डॉ. डोलोरोसा फर्नांडीज की गरिमामय उपस्थिति में किया गया।

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इस अवसर पर अपने संबोधन में, आरआईएनएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री अतुल भट्ट ने व्यापक स्तर पर जागरूकता शिविरों और स्क्रीनिंग कार्यक्रमों को आयोजित करके कर्मचारियों और उनके परिवारों के बीच तंबाकू जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए तंबाकू विरोधी कार्यक्रमों को मजबूती के साथ आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने बच्चों से तंबाकू विरोधी अभियान को फैलाने में दूत बनने का आह्वान किया। उन्होंने सभी के हित में एक बहुत ही उपयोगी सत्र आयोजित करने के लिए वीएसजीएच के सामूहिक के प्रयासों की सराहना की।

अपने संबोधन में, अतिथि वक्ता डॉ डोलोरोसा फर्नांडीज ने कहा कि हमारे देश में बड़े पैमाने पर तंबाकू उपयोग के दुष्परिणाम स्वरूप मुंह के कैंसर के मामलों और उनसे संबंधित मृत्यु की संख्या में खासी वृद्धि हुई है, इसलिए इस मुद्दे के समाधान के लिए तंबाकू से संबंधित उत्पादों के उत्पादन, विपणन और उपयोग से संबंधित नीति में प्रभावी तरीके से परिवर्तन लाने की आवश्यकता है। उन्होंने तंबाकू उत्पादों की लत से बाहर निकलने और इससे देश के स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था पर होने वाले सकारात्मक प्रभाव के संदर्भ में भी सुझाव दिये।

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सभी आमंत्रित गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिभागियों ने “तंबाकू का उपयोग नहीं किए जाने” की शपथ ली। कार्यक्रम का समापन विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े अनेक जीवनचर्या के मुद्दों पर प्रतिभागियों के साथ एक संवाद सत्र के साथ हुआ।

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एमजी/एएम/एसएस