स्वच्छता अभियान 2.0 के अंतर्गत डीएआरपीजी ने अपने पुस्तकालय में मौजूद औपनिवेशिक युग की कुछ महत्वपूर्ण रिपोर्टों को संरक्षित करने का प्रयास किया है। ये सभी रिपोर्टे लोक प्रशासन, सचिवालय के पुनर्गठन, सरकारी कार्यालयों के संगठन और कर्मचारियों, विभाजन के कारण हुई कर्मियों की हानि की भरपाई करने के सुधारात्मक उपायों और यूरोपीय अधिकारियों की सेवानिवृत्ति तथा नवोदित राष्ट्रों को समक्ष आने वाले ऐसे अनेक विषयों से संबद्ध हैं।
इनमें से कुछ रिपोर्टें 1908, 1919, 1927 और देश के विभाजन तक की हैं। स्वच्छता अभियान 2.0 के निरीक्षण के लिए 2 अक्टूबर 2022 को डीएआरपीजी के दौरे पर पहुंचे माननीय कार्मिक राज्य मंत्री श्री जितेंद्र सिंह ने प्रशासन और शासन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी से युक्त ऐसे उच्च मूल्य के अभिलेखों को भावी पीढ़ी के लिए संरक्षित करने के महत्व पर जोर दिया। श्री सिंह ने ऐतिहासिक महत्व वाले महत्वपूर्ण अभिलेखों में निहित विरासत को सहेजने के लिए उच्च अभिलेखीय मूल्य वाले ऐसे कुछ महत्वपूर्ण अभिलेखों की फ्रेमिंग पर भी जोर दिया।
स्वच्छता अभियान 2.0 के अवसर पर डीएआरपीजी के दौरे के अवसर पर माननीय मंत्री
विशेष अभियान के दौरान, विभाग ने भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार (एनएआई) के सहयोग से इन महत्वपूर्ण अभिलेखों को संरक्षित करने के लिए एक विशेष गतिविधि शुरू की है। साथ ही कुछ महत्वपूर्ण रिपोर्टों की फ्रेमिंग करने का काम भी चल रहा है।
एमजी/एएम/आरके/ओपी