सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय से जुड़ी संसदीय सलाहकार समिति की “सड़क सुरक्षा” पर पहली बैठक

केन्‍द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने सड़क सुरक्षा से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के लिए 24 मार्च, 2022 को मंत्रालय से जुड़ी संसदीय सलाहकार समिति की “सड़क सुरक्षा” पर पहली बैठक आयोजित की। बैठक की अध्यक्षता केन्‍द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने की। बैठक में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल (डॉ.) वी.के.सिंह भी उपस्थित थे। बैठक में लोकसभा और राज्यसभा से समिति के सदस्य, सचिव (एमओआरटीएच), और एमओआरटीएच, एनएचएआई, एनएचआईडीसीएल, टीआरडब्ल्यू और पीआईबी के अधिकारी भी मौजूद थे।

समिति के सदस्यों ने बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं और उनमें होने वाली मौतों पर चिंता व्यक्त की। इस बात पर जोर दिया गया कि व्‍यावहारिक, जागरूकता और प्रवर्तन के उपायों से देश भर में सड़क दुर्घटनाओं और सड़कों पर होने वाली मौतों की संख्या को कम करने की जरूरत है। बैठक के दौरान जिन महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई, उनमें खराब और खतरनाक सड़कों का सुधार, सड़कों को चौड़ा करने की आवश्यकता, राष्ट्रीय राजमार्गों पर एम्बुलेंस सुविधाओं और ट्रॉमा केयर सुविधाओं का प्रावधान, ड्राइवरों को सतर्क करने के लिए जीपीएस सिस्टम, सड़क दुर्घटना पीड़ितों को मुआवजे का भुगतान, सड़कों का रखरखाव और मरम्मत, ड्राइविंग का प्रशिक्षण प्रदान करने की आवश्‍यकता (मौजूदा और इच्छुक ड्राइवरों दोनों के लिए) आदि शामिल हैं।

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श्री गडकरी ने राष्ट्रीय राजमार्गों पर कोई दुर्घटना नहीं होने वाला गलियारा (जीरो फैटेलिटी कॉरिडोर) बनाने की पहल के लिए सेव लाइफ फाउंडेशन के प्रयासों की सराहना की। सेव लाइफ फाउंडेशन के सीईओ ने किफायती और प्रभावशाली तरीके से दुर्घटना स्थलों को ठीक करने के लिए रणनीति प्रस्तुत की और उनके संगठन द्वारा की गई एक केस स्टडी को दिखाया। श्री गडकरी ने समिति के सभी सदस्यों से अनुरोध किया कि वे अपने जिलों में जिला कलेक्टर, पुलिस विभाग, पीडब्ल्यूडी और अन्य राज्य एजेंसियों के साथ सड़क सुरक्षा समिति (एमपीआरएससी) के सांसदों की नियमित बैठकें करें। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्गों के क्षेत्रीय अधिकारियों और परियोजना निदेशकों को नियमित रूप से बैठकों में भाग लेने और चल रही परियोजनाओं में उचित सड़क सुरक्षा हस्तक्षेप प्रदान करने का निर्देश दिया।

श्री गडकरी ने इस बात पर भी जोर दिया कि ड्राइवरों का प्रभावी प्रशिक्षण राष्ट्र की आवश्यकता है और समिति के सदस्यों को इस संबंध में मंत्रालय द्वारा की गई पहलों के बारे में जानकारी दी गई। भारत में ड्राइविंग प्रशिक्षण और अनुसंधान संस्थान (आईडीटीआर), क्षेत्रीय ड्राइविंग प्रशिक्षण केन्‍द्र (आरडीटीसी), ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्र (डीटीसी) और मॉडल निरीक्षण और प्रमाणन की केन्‍द्रों स्थापना पर एक विस्तृत प्रस्तुति भी दी गई। श्री गडकरी ने बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों से अनुरोध किया कि वे अपने निर्वाचन क्षेत्र में ड्राइविंग प्रशिक्षण संस्थान स्थापित करने के लिए मंत्रालय को प्रस्ताव भेजें।

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मंत्रालय ने जोजिला सुरंग की प्रगति पर एक वीडियो भी दिखाया और ऊंचाई वाली इन जगहों पर काम करने की कठिन परिस्थितियों के बारे में जानकारी दी। उपस्थित सभी सदस्यों ने मंत्रालय के प्रयासों की अत्यधिक सराहना की। सदस्यों को मंत्रालय द्वारा की गई विभिन्न सड़क सुरक्षा पहलों से भी अवगत कराया गया।

श्री गडकरी ने सड़क सुरक्षा की दिशा में एनएचएआई, एनएचआईडीसीएल, टीआरडब्ल्यू आदि द्वारा किए गए कार्यों सहित मंत्रालय के अधिकारियों द्वारा किए गए सराहनीय कार्यों की सराहना की और अधिकारियों से इस क्षेत्र में और भी बेहतर योगदान देने का आग्रह किया। उन्होंने सभी अधिकारियों को देश में सुरक्षित सड़क बुनियादी ढांचे के निर्माण और सड़क पर अधिक लोगों की जान बचाने की दिशा में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने के लिए भी प्रेरित किया।

दोनों मंत्रियों ने सड़क सुरक्षा के नेक काम के लिए अपना बहुमूल्य समय देने के लिए सदस्यों को धन्यवाद दिया और मंत्रालय के अधिकारियों को छह महीने पर सलाहकार समिति की बैठक आयोजित करने का निर्देश दिया।

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एमजी/एएम/केपी/एसएस