Indian Railways : स्वच्छता पखवाड़ा: वाशिंग प्लांट में बिना शैंपू के हो रही ट्रेनों की धुलाई, आगरा फोर्ट तो पानी से भी नहीं धुल रही, एक साल से चल रहा सिलसिला

Indian Railways : स्वच्छता पखवाड़ा: वाशिंग प्लांट में बिना शैंपू के हो रही ट्रेनों की धुलाई, आगरा फोर्ट तो पानी से भी नहीं धुल रही, एक साल से चल रहा सिलसिला

Kota Rail News : . एक तरफ कोटा रेल मंडल द्वारा स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ रेलवे यार्ड स्थित ऑटोमेटिक वाशिंग प्लांट में बिना शैंपू के ही ट्रेनों की धुलाई का मामला सामने आया है। वही कोटा-आगरा फोर्ट को तो पानी से भी नहीं धोया जा रहा है। मामले में खास बात यह है कि यह सिलसिला करीब एक साल यूं ही चल रहा है। यात्रियों की शिकायत के बाद भी व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि रेलवे ने करोड़ों रुपए खर्च कर यह ऑटोमेटिक वाशिंग प्लांट लगाया था। इस बात प्लांट में चलती ट्रेनों की धुलाई कुछ ही मिनट में उपकरणों की मदद से अपने आप हो जाती है। ट्रेनों की बेहतरीन धुलाई के लिए यहां पर शैंपू का टैंक भी है। साथ ही पानी में कुछ केमिकल भी मिलाएं जाते हैं। लेकिन पिछले करीब एक साल से यहां पर न शैंपू है और न ही केमिकल। शैंपू और केमिकल नहीं होने से ट्रेनों की धुलाई सादा पानी से ही हो रही है।
आगरा फोर्ट तो पानी से भी नहीं धुल रही
इसके अलावा कोटा-आगरा फोर्ट ट्रेन को तो पानी से भी नहीं धोया जा रहा। इस ट्रेन को वाशिंग प्लांट और गोल्डन जुबली पिट लाइन तक भी नहीं ले जाया जाता। पुरानी पिट लाइन पर ही रखरखाव कर इस ट्रेन को वापस भेज दिया जाता है। इसके चलते इस ट्रेन की धुलाई नहीं हो रही है। धुलाई नहीं होने से ट्रेन बहुत ज्यादा गंदी हो रही है। धूल-मिट्टी और पान मसाले और गुटके की पीक से सनी इस ट्रेन में यात्री सफर को मजबूर हैं।
वही रेलवे द्वारा स्वच्छता पखवाड़े के तहत सब कुछ चकाचक करने का दावा किया जा रहा है।
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