सात दिन में एनएचएआई और टोल प्रबंधक से मांगा स्पष्टीकरण

परिवहन मंत्री के निर्देश पर एनएचएआई और टोल प्रबंधक को नोटिस
– आरटीओ जयपुर निरीक्षण दल के सामने आई खामियां
– सात दिन में एनएचएआई और टोल प्रबंधक से मांगा स्पष्टीकरण
जयपुर, 1 मार्च। परिवहन मंत्री श्री प्रताप सिंह खाचरियावास के निर्देश पर प्रादेशिक परिवहन कार्यालय, जयपुर की निरीक्षक टीम को राष्ट्रीय राजमार्गों पर निरीक्षण के जरिये मिली खामियों पर नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) को नोटिस दिया है।
राष्ट्रीय मार्ग एनएच-8 पर सड़क सुरक्षा के उपायों में लापरवाही पर एचएचएआई जयपुर के प्रोजेक्ट डायरेक्टर और जीवीके एक्सप्रेसवे प्राइवेट लिमिटेड छीतरोली-बगरू के टोल प्रबंधक से 7 दिन में स्पष्टीकरण मांगा है।
इस संबंध में एक दिन पहले 28 फरवरी को जारी नोटिस के जरिये भविष्य में रोड इंजीनियरिंग के समस्त प्रावधानों की पालना के लिए पाबंद भी किया है।
परिवहन मंत्री ने बताया कि मोटर यान अधिनियम, 1988 की धारा 198क की अनुपालना में 28 फरवरी, 2021 को एनएच-8 के चैनेज नंबर 280 और 282 पर स्थित मध्य में अंतर, कटाव व चौराहों, जंक्शन का निरीक्षण कराया गया। इस विशेष जांच अभियान के दौरान देखने को मिला कि चैनेज नंबर 280 पर सड़क निर्माण, लेन विस्तार कार्य चल रहा, लेकिन निर्माण स्थल एवं डायवर्जन पाइंट पर सड़क चिंहों द्वारा सड़क की स्थिति के संबंध में पर्याप्त चेतावनी सूचनाएं प्रदर्शित नहीं की गयी है। सड़क के कुछ हिस्सों में जगह-जगह खड्डे पाये गये। इससे सड़क दुर्घटना होने के संभावनाएं बढ़ जाती है।
उन्होंने बताया कि इस पाइंट पर अधिक लंबाई के ट्रक ट्रेलर यूटर्न ले रहे है, जिसके कारण पीछे से आ रहे ट्रैफिक को अनावश्यक रूप से दुर्घटना होने का खतरा बढ़ रहा है। हाल ही इसी जंक्शन पर एक ट्रक पलटकर दुर्घटनाग्रस्त हो भी गया था।
श्री खाचरियावास ने बताया कि चैनेज नंबर (रामचंद्रपुरा) 280 एनएच-8 पर गेप इन मीडिअन पर किसी भी प्रकार की ट्रैफिक लाइट लगी नहीं पायी गई। इससे रात के समय गंभीर दुर्घटना हो सकती है। इसमें मोटर यान अधिनियम की धारा 199 के तहत संबंधित कंपनी इस उल्लंघन की दोषी है।
परिवहन मंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही होने पर सख्त कार्यवाही की जायेगी।