Rajasthan Assembly: नेता सदन की कुर्सी पर न गहलोत न वसुंधरा, 25 साल में पहली बार बदली-बदली सी दिखेगी राजस्थान विधानसभा

राजस्थान के 200 नवनिर्वाचित सदस्यों को आज और कल यानी बुधवार और गुरुवार को दो दिन शपथ ग्रहण कराई जाएगी. इस दौरान कालीचरण सराफ प्रोटेम स्पीकर के तौर पर उन्हें शपथ दिलाएंगे.

राजस्थान की 16वीं विधानसभा का पहला सत्र आज यानी 20 दिसंबर से 21 दिसंबर तक चलेगा. इस दौरान नवनिर्वाचित विधानसभा के सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी. राज्यपाल ने बताया कि इस सत्र में प्रोटेम स्पीकर कालीचरण सराफ द्वारा 20 दिसंबर को नव निर्वाचित विधायकों को शपथ दिलवाई जाएगी. दूसरे दिन 21 दिसंबर को शेष रहे विधायकों की शपथ और राजस्थान विधानसभा के स्पीकर का चुनाव होगा. राजस्थान में इस विधानसभा में कई नए परिवर्तन भी देखने को मिलेंगे.

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विधानसभा में नेता सदन पहली बार के विधायक हैं तो वहीं विधानसभा अध्यक्ष कई बार के विधायक हैं. वहीं 25 वर्षों के बाद पहली बार ऐसा होगा, जब वसुंधरा राजे सिंधिया और अशोक गहलोत सदन के भीतर किसी भूमिका में नहीं होंगे. 25 साल में पहली बार ही ऐसा भी होगा कि इन दोनों में से कोई भी नेता सदन नहीं होगा, यानी ढाई दशक बाद नेता सदन की कुर्सी पर इन दोनों के अलावा कोई तीसरा नेता बैठेगा. इसके पहले अशोक गहलोत के सीएम पद से हटते ही वसुंधरा राजे सीएम बन जाती थीं. इस बार भाजपा ने चेहरा बदल दिया है. विधानसभा में इसबार एक और रोचक चीज नजर आएगी, वो ये है कि 25 सालों में पहली बार ऐसा होगा कि दो पूर्व सीएम सदन में होंगे. विधानसभा अध्यक्ष रहे सीपी जोशी और नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ चुनाव हार गए हैं, तो वो भी सदन से नदारद रहेंगे.