राजीविका दीपावली ग्रामीण हाट मेला का हुआ शुभारंभ हस्तशिल्प की कलाकृतियों को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं -प्रमुख शासन सचिव, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग

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राजीविका दीपावली ग्रामीण हाट मेला का हुआ शुभारंभहस्तशिल्प की कलाकृतियों को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं-प्रमुख शासन सचिव, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभागजयपुर 27 अक्टूबर। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती अर्पणा अरोरा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं द्वारा अपने कौशल से निर्मित हस्तशिल्प की कलाकृतियों को बढ़ावा देने एवं इनके द्वारा बनाए गए विभिन्न उत्पादकों को उचित मूल्य दिलाने के लिए भरसक प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह की महिलाएं दीपावली के अवसर पर अपने उत्पादकों को अच्छी तरह से बिक्री करते हुए मार्केटिंग करें ताकि आय में अच्छी बढ़ोतरी हो सके।श्रीमती अरोरा ने बुधवार को राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद द्वारा इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान में आयोजित राजीविका दीपावली ग्रामीण हाट मेला के शुभारंभ के अवसर पर यह बात कही। उन्होंने कहा कि परिषद द्वारा प्रदेश के सभी जिलों की ग्रामीण क्षेत्र की गरीब महिलाओं को स्वयं सहायता समूह के रूप में संगठित कर उनकी क्षमता संवर्धन कर उन्हें बैंकों से आसान शर्तों पर ऋण सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की महिला अपने कौशल के अनुरूप आजीविका संबंधी गतिविधियों को अपनाकर ना केवल अपनी आजीविका को बढ़ा रही है बल्कि गरीबी उन्मूलन के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए आत्मनिर्भरता की ओर आगे बढ़ रही हैं।विभिन्न स्टालों का किया निरीक्षणप्रमुख शासन सचिव ने सभी जिलों द्वारा लगाई गई स्टालों का निरीक्षण किया जहां पर मीनाकारी, कशीदाकारी जूतियां बाड़मेर का एप्लिक वर्क, कोटा डोरिया एवं सूट्स राजसमंद के मोलेला की मिट्टी के विभिन्न उत्पाद विभिन्न प्रकार के अचार पापड़ मंगोड़ी नमकीन साबुन आदि उत्पादकों को बारीकी से देखा एवं उनके बारे में महिला स्वयं सहायता समूह की सदस्यों से उत्पादों को बनाने की विधियों एवं तकनीकी के बारे में विस्तारपूर्वक पूछ कर उनकी हौसला अफजाई की।लड्डू के लगाए विशेष स्टॉलग्रामीण हाट मेले में दीपावली त्यौहार को देखते हुए मिठाई के रूप में लड्डू पर विशेष स्टाल लगाए गए हैं जिसमें सबके सामने शुद्ध घी एवं बेसन के लड्डू बनाए जा रहे हैं। यह सब कुछ स्वयं सहायता समूह के माध्यम से किया जा रहा है। लड्डू में ताजगी एवं शुद्धता का पूरा ध्यान रखा गया है।आकर्षक उत्पादकों ने अपनी ओर खींचा सबका मनग्रामीण हाट मेले में 90 महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा हिस्सा लिया गया है। जिसमें सवाई माधोपुर की ब्लैक पॉटरी व लाख की चूड़ियां, राजसमंद की मोलेला पॉटरी व शरबत, गुलकंद मीनाकारी मिट्टी के सजावटी बर्तन दौसा की चमड़े की जूतियां, भरतपुर की जूट उत्पाद, नागौर की कस्तूरी मेथी एवं पंच कूटा, अजमेर के चमड़े के बैग गुलदस्ते बटुए, झालावाड़ का हथकरघा हैंडलूम, चित्तौड़गढ़ का शहद व आंवले का मुरब्बा बीकानेर का बेडशीट,कढ़ाई के कपड़े, नमकीन केर सांगरी आचार, डूंगरपुर की सोलर लाइट उत्पाद स्पोट्र्स तीर कमान एवं प्रतापगढ़ का मसाला व हींग आदि जिलों के उत्पादों की लोगों ने जमकर खरीददारी की।स्टेट मिशन निदेशक राजीविका श्रीमती शुचि त्यागी ने बताया कि दीपावली के अवसर पर इस बार विशेष रूप से जयपुर जिले की कोटपुतली ब्लॉक की महिलाओं द्वारा लड्डू की विस्तृत श्रृंखला तैयार की गई है जिसमें बेसन मूंग दाल गोंद तथा मेथी के लड्डू देसी घी में तैयार किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह ग्रामीण हाट मेला 31 अक्टूबर तक आयोजित किया जाएगा जिसका समय सुबह 10ः00 बजे से रात्रि 9ः00 बजे तक रहेगा।इस अवसर पर ग्रामीण विकास के शासन सचिव श्री के के पाठक, पंचायती राज विभाग के शासन सचिव श्री पीसी किशन सहित राजीविका के अधिकारीगण उपस्थित रहे।—–