Rajasthan : भाजपा ने गहलोत सरकार पर लगाए तुष्टिकरण के आरोप।
करौली में हिन्दू नववर्ष के जुलूस के दौरान हुई हिंसा की घटना को भाजपा ने राष्ट्रीय स्तर पर उठाते हुए कांग्रेस की गहलोत सरकार पर तुष्टीकरण और वोटों की राजनीति करने के आरोप लगाए । साथ ही पूरे मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की ।
शुक्रवार को भाजपा मुख्यालय पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन को प्रदेशाध्यक्ष डॉ.सतीश पूनिया, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़, भाजपा विधायक दल के उप नेता राजेन्द्र राठौड़ ने संबोधित किया।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ.सतीश पूनिया ने कहा है कि प्रदेश में तालीबानी शासन जैसा लगता है। बर्बरता, भय और खौफ का माहौल बना है। उन्होंने कहा कि सरकार ने वोटों के लिए ऐसा किया है और सीएम अशोक गहलोत खुद गृहमंत्री हैं। ऐसे में अब पीएम नरेंद्र मोदी से राजस्थान में शांति और दंगे रोकने की मांग करते हैं।
डॉ. पूनिया ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि क्या हिंदुओं के मानवाधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की गहलोत सरकार की तुष्टिकरण की नीति से साफ दिखता है कि उन्होंने प्रदेश में बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक नाम से अलग-अलग पक्ष खड़े कर दिए हैं। पिछले 3 साल में बहुसंख्यक आबादी अपने त्योहार मनाने में भी हिचकने और डरने लगी है। इसके कई उदाहरण हैं। वह फिल्म कश्मीर फाइल देखने से लोगों को रोकने के लिए धारा 144 का लगाते हैं। अजमेर में भी धारा 144 लगाकर प्रतीक चिन्ह,धार्मिक चिन्ह, नारा लगाने पर रोक लगाई गई। बीकानेर,भीलवाड़ा में भी जुलूस पर पाबंदी लगाई गई।