Rajasthan : गहलोत बोले प्रोमोशन में आरक्षण देने के बावजूद आपने हरा दिया कांग्रेस को।

Rajasthan : एसी-एसटी वर्ग के सामने छलका गहलोत का दर्द,

बोले प्रोमोशन में आरक्षण देने के बावजूद आपने हरा दिया

कांग्रेस को।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि देश में अकेला राजस्थान ही ऐसा राज्य है जहां प्रमोशन में आरक्षण है। बाकी किसी राज्य में नहीं है। मेरे खिलाफ यहां मिशन 72 बन गया, लेकिन मैंने इसके लिए लड़ाई लड़ी। स्टैंड लिया कि प्रमोशन में आरक्षण रहना चाहिए। लंबी अदालती लड़ाई में हम जीते।

यूपी में अखिलेश यादव ने प्रमोशन में आरक्षण खत्म कर दिया। हमने लागू करके दिखा दिया। देश में अकेला राज्य राजस्थान ही है, जहां प्रमोशन में आरक्षण है। इसके बाद जब 2018 में विधानसभा चुनाव आए तो आपने हमें साफ कर दिया। वो आरक्षण पता नहीं कहां चला गया? गहलोत गुरुवार को अंबेडकर सोसाइटी के प्रोग्राम में बोल रहे थे।

गहलोत ने कहा- राजस्थान में शेड्यूल कास्ट के लोग जिसे चाहते हैं, वो मुख्यमंत्री बनता है। यह दिमाग में रखे। आपकी ताकत कम नहीं है। जो शेड्यूल कास्ट की बात करेगा। वही राजस्थान में राज करेगा। अब बताइए मैंने प्रमोशन में आरक्षण का इतना बड़ा काम किया। मिशन 72 से लड़ाई लड़ी।

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ओबीसी वाले भी चले गए। हम 21 पर आ गए। हमारी सरकार बदल गई। हमने कोई कमी नहीं रखी। मेरी कलम चलती है, आप नहीं मांगोगे तो भी भला होगा। मैंने बिना मांगे पुरानी पेंशन बहाल की है। किसी ने पुरानी पेंशन लागू करने की मांग की थी क्या?

अपने बड़े निर्णयों की याद दिलाई
गहलोत ने कहा- मैंने निरंजन आर्य को चीफ सेक्रेट्री बनाया। 70 साल में पहली बार शेड्यूल कास्ट का आदमी चीफ सेक्रेट्री बना। यहां भी जाति आ आती है कि खटीक है कि ढोली है कि बलाई। डॉ अंबेडकर की यह सोच नहीं थी। जब तक यह भावना खत्म नहीं होगी तब तक तरक्की नहीं करेंगे। सरकार का इतना बड़ा निर्णय, 10 अफसरों की सीनियरिटी लांघकर 10वें नंबर पर थे निरंजन आर्य इन्हें चीफ सेक्रेट्री बनाया। इससे बड़ा निर्णय क्या हो सकता है?

CM ने कहा- बदलाव को समझने की कोशिश करनी होगी
गहलोत ने कहा- आज एससी-एसटी के नौ मंत्री हैं। आजादी के बाद पहली बार ऐसा माहौल बना है। एससी के भजनलाल जाटव पीडब्लयूडी मंत्री, पीडब्ल्यूडी विभाग मिलना किसे कहते हैं? पहले क्या विभाग मिलते थे। परसादीलाल मीणा को हेल्थ मिनिस्टर बनाया है, ट्राइबल का व्यक्ति पहली बार हेल्थ मिनि​स्टर बना है।

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रमेश मीणा को ग्रामीण विकास मंत्री बनाया है, केंद्र में यूपीए राज के दौरान सीपी जोशी के पास यह विभाग था। महेंद्रजीत मालवीय सिंचाई मंत्री हैं। जो ट्राइबल से हैं। यह बदलाव आ रहा है, इसे समझने की कोशिश करनी होगी कि इसका फायदा कैसे उठाए। आपमें इस बदलाव का फायदा ललक और भूख पैदा करनी पड़ेगी।

दलित-आदिवासी वोटर्स को मैसेज
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान के सियासी मायने हैं। गहलोत ने दलित और एसटी समुदाय के लिए किए गए काम गिनाकर चुनाव में कांग्रेस को वोट करने किा ध्यान रखने का इशारा किया है। राजस्थान में दोनों ही वर्ग कांग्रेस के परंपरागत वोटर रहे हैं, लेकिन हर बार इसमें सेंध लगने से कांग्रेस को भारी नुकसान होता है। गहलोत ने प्रमोशन में आरक्षण को लेकर चले विवाद में खुद का स्टैंड याद दिलाकर दलित-आदिवासी वोटर्स को सियासी मैसेज देने का प्रयास किया है।