Rajasthan : सियासत की फसल के लिए पार्टी दफ्तर की जमीन।

Rajasthan : सियासत की फसल के लिए पार्टी दफ्तर की जमीन।

इस बार भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अपने राजस्थान दौरे में भाजपा के उन आठ जिला कार्यालयों का उद्घाटन करेंगे जो कि बनकर तैयार हैं। पार्टी का लक्ष्य है कि 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले सभी जिलों में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस पार्टी दफ्तर तैयार हो जाएं। 33 में से 6 जिले ऐसे हैं जहाँ अभी भी अपने ऑफिस के लिए जमीन तलाश कर रही है।

जिन जिलों में ऑफिस तैयार है वे हैं – अजमेर, नागौर, बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, धौलपुर, चित्तौड़गढ़ और बांसवाड़ा।  इन जिलों में कार्यालय भवन बनने के साथ ही रंग रोगन का कार्य करवा लिया गया है. बस फर्नीचर से जुड़ा काम होना बाकी है. उदयपुर और अलवर ऐसे जिले हैं जहां 2 से 3 माह के भीतर कार्यालय भवन बनकर तैयार हो जाएगा। इसके अलावा जोधपुर, झुंझुनू, झालावाड़, सवाई माधोपुर, डूंगरपुर और बाड़मेर जिले में भी अब तक बीजेपी को अपने कार्यालय भवन के लिए जगह नहीं मिल पाई. फिलहाल, पार्टी नेता यहां जमीन की तलाश में है.

यह भी पढ़ें :   तो क्या नए मुख्यमंत्री का नाम वसुंधरा राजे को बता दिया गया है?

प्रदेश में 9 जिले ऐसे भी हैं जहां भाजपा को अपने जिला कार्यालय भवनों के लिए जमीन तो मिल गई, लेकिन निर्माण कार्य अब तक शुरू नहीं कराया गया। इनमें दौसा, भरतपुर, बारां, बूंदी, टोंक, जालोर, चूरू, जैसलमेर और प्रतापगढ़ का जिला शामिल है।  हालांकि, जैसलमेर और भरतपुर में जमीन की बाउंड्री वॉल और नींव की खुदाई का कार्य शुरू कर दिया गया है।  वहीं, कोटा और सिरोही में जो जमीन कार्यालय भवन के लिए ली गई थी, उसमें कानूनी विवाद है. पाली और करौली में भी जो जमीन दी गई वो विवादों में है।  जिसके चलते वहां निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ. केवल सीकर, राजसमंद और भीलवाड़ा ही ऐसे जिले हैं, जहां पर पार्टी के कार्यालय भवन अपनी जमीन पर बन कर तैयार हो गए और उसका संचालन भी शुरू हो गया है।