आमजन को प्रोनिंग के प्रति जागरूक करने हेतु ग्राम पंचायत स्तर पर निगरानी समिति का गठन – दौसा

कोरोना महामारी की तीसरी लहर दस्तक दे सकती इसके लिये आमजन को प्रोनिंग के प्रति जागरूक करने हेतु ग्राम पंचायत स्तर पर निगरानी समिति का गठन
दौसा, 25 मई। जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्टे्रट पीयुष समारिया ने बताया कि कोरोना संक्रमण से उत्पन्न स्थिति के परिपेक्षय में कोरोना संक्रमण से आमजन के बचाव रोकथाम, इसके संक्रमण की श्रृॅख्ला को तोडने तथा इसके संक्रमण से होने वाली मृत्युओं को न्यूनतम किये जाने, संक्रमण की प्रारम्भिक अवस्था में ही संक्रमित व हाईरिस्क ग्रुप के व्यक्तियों की पहचान कर उनका प्राथमिकता के आधार पर समुचित उपचार किये जाने के दृष्टिगत घर- घर सर्वे कर चिन्हित मरीजों को आवश्यक दवाईया, मेडीकिल किट , उपचार किये जाने हेतु संबंधित चिकित्सालयों में रेफर करने तथा आमजन को प्रोनिंग के प्रति जागरूक करने हेतु ग्राम पंचायत स्तर पर निगरानी समिति का गठन कर आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किये गये हैं।
उन्होनेे बताया कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर अपने चरम पर है एवं यह अनुमान लगाया जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर दस्तक दे सकती हैं। जिसमें विशेषज्ञों द्वारा आश्ांका जताई गई है कि बच्चों में भी संक्रमण की गंभीर स्थित उत्पन्न हो सकती हैं। वर्तमान में कोरोना रोकथाम हेतु टीकाकरण की व्यवस्था बच्चों के लिये नहीं की गई है, इस समिति में तीसरी लहर से बच्चों में संक्रमण ना हो इसके लिये अभी उपाय करने होंगे। कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बच्चों में संक्रमण को रोकेने हेतु ग्राम पंचायत स्तरीय निगरानी समिति द्वारा घर – घर सर्वे निरीक्षण के कार्य के दौरान बच्चों पर विशेष ध्यान दिया जाकर सुरक्षात्मक उपायों की पालना किया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि बच्चों को खाना खाने से पहले हाथ धोने एवं हाथ सेनिटाईजर करने के बारे में जागरूक किया जावे। बच्चों को मास्क की उपयोगिता, मास्क क्यों पहनना जरूरी है और यह कोरोना से हमें किस तरह बचाता है, जैसे सभी बातों को समझाने हेतु व्यवस्था की जावेें। जिले में उपखण्ड, ब्लॉक, ग्राम पंचायत स्तर पर बाल कल्याण समिति, किशोर एवं बालिका गृहों, छात्रावासों, आंगनवाडी केन्द्रों आदि में समय-समय पर बच्चों के चिकित्सकीय परीक्षण करवाये जाये ताकि संक्रमण फैलने से पूर्व ही उसे रोका जा सके। घर- घर सर्वे के दौरान किसी क्षेत्र में कोविड -19 संक्रमण, के लक्षण वाले बच्चों की संख्या तथा अचानक होने वाली मृत्यु की संख्या अधिक होने पर उस क्षेत्र का एक ही दिन में आवश्यक दल गठित कर प्रशासनिक अधिकारी की देखरेख में सघन सर्वे, स्की्रनिंग, सेनेटाईजेशन व दवाईयों का वितरण किया जावे। उन्होंने संबंधित उपखण्ड अधिकारी को निर्देशित किया है कि उपरोक्त कार्य की समुचित निगरानी करना सुनिश्तिच करें।