सड़क दुर्घटना में आरपीएफ सब इंस्पेक्टर की मौत, 11 दिन पहले ही मनाया था जन्मदिन, जीजा-साला भी घायल, रंगपुर पुलिया के पास भिड़ी स्कूटी और बाइक

सड़क दुर्घटना में आरपीएफ सब इंस्पेक्टर की मौत, 11 दिन पहले ही मनाया था जन्मदिन, जीजा-साला भी घायल, रंगपुर पुलिया के पास भिड़ी स्कूटी और बाइक
कोटा।  रंगपुर ओवर ब्रिज के पास बुधवार रात एक बाइक और स्कूटी में जोरदार टक्कर हो गई। इस घटना में स्कूटी सवार रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के सब इंस्पेक्टर की मौत हो गई और बाइक पर सवार जीजा-साला गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों का इलाज एमबीएस अस्पताल में चल रहा है। रेलवे कॉलोनी थाना पुलिस ने गुरुवार को पोस्टमार्टम कर विजय का शव परिजनों को सौंप दिया। रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस ने बताया कि जेपी कॉलोनी निवासी विजय शर्मा (51) केशवरायपाटन की तरफ से अपने घर लौट रहे थे। विजय नई बनी रंगपुर पुलिया से नीचे उतर चुके थे। तभी रात करीब 11:30 बजे अचानक विजय की स्कूटी सामने से आती एक बाइक से जा टकराई। इस घटना में तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए।
राहगीरों की सूचना पर मौके पर पहुंची 108 एंबुलेंस में तीनों को एमबीएस अस्पताल पहुंचाया। यहां जांच कर डॉक्टरों ने विजय को मृत घोषित कर दिया।
जबकि बाइक पर सवार विजय बेरवा और राकेश बेरवा को भर्ती कर लिया। बाइक चला रहे विजय की हालत काफी गंभीर बताई जा रही है। राकेश के भी चेहरे और अन्य जगह गंभीर चोटों के निशान हैं। पुलिस ने बताया कि यह दोनों डीसीएम क्षेत्र की तरफ से आ रहे थे और किशनपुरा तकिया गांव की तरफ जा रहे थे
विजय ने हेलमेट पहन रखा था। लेकिन टक्कर लगने पर जोरदार झटके से हेलमेट छिटक कर दूर जा गिरा। इसके चलते विजय का सिर सीधा रोड से जा टकराया। सिर फटने से संभवत मौके पर ही विजय की मौत हो गई।
गंगापुर में तैनात थे विजय
स्टाफ कर्मियों ने बताया कि वर्तमान में विजय गंगापुर में खुफिया विभाग में कार्यरत थे। लेकिन कोटा खुफिया विभाग के इंस्पेक्टर का स्थानांतरण हो जाने के कारण विजय पांच-छह दिन से कोटा में ही काम कर रहे थे।
गंगापुर में नियुक्ति से पहले विजय रेलवे वर्कशॉप में तैनात थे। करीब ढाई साल पहले विजय का गंगापुर स्थानांतरण हुआ था।
11 दिन पहले ही मनाया था जन्मदिन
स्टाफ ने बताया कि सहकर्मियों में लोकप्रिय विजय ने 11 दिन पहले 26 सितंबर को ही अपना 51वां जन्मदिन धूमधाम से मनाया था। पूरे स्टाफ ने विजय को जन्मदिन की बधाइयां दी थी। पर किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि हमेशा मुस्कुराता नजर आने वाला विजय जन्मदिन के 11 दिन बाद ही सबको छोड़कर चला जाएगा।