तनाव में ट्रेनें चल रहे पति, समय पर नहीं मिल रहे छुट्टी और रेस्ट, पत्नियों ने डीआरएम के समक्छ उठाया मुद्दा-गंगापुर सिटी

तनाव में ट्रेनें चल रहे पति, समय पर नहीं मिल रहे छुट्टी और रेस्ट, पत्नियों ने डीआरएम के समक्छ उठाया मुद्दा-गंगापुर सिटी

रेल प्रशासन द्वारा गार्ड-ड्राइवरों की पत्नियों से संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया था। ऑन लाइन आयोजित इस कार्यक्रम में कोटा और गंगापुर के गार्ड-ड्राइवरों की पत्नियां शामिल हुईं। पत्नियों ने प्रशासन के समक्ष जमकर अपनी भड़ास निकाली। अधिकारियों ने पत्नियों की समझाइस करते हुए गार्ड-डाइवरों की समस्याओं का समाधान का आश्वासन दिया।कार्यक्रम में आयोजित अधिकतर पत्नियों ने पतियों को समय पर छुट्टी और रेस्ट नहीं मिलने का मुद्दा उठाया। पत्नियों ने कहा कि समय पर छुट्टी और रेस्ट नहीं मिलने से उनके पति तनाव में रहते हैं। तनाव के चलते कई बाद उनके पतियों की नींद तक पूरी नहीं होती। ऐसे वह कई बार बिना रेस्ट और तनाव में ट्रेन चलाने को मजबूर हो रहे हैं। इससे रेल सरंक्षा को भी खतरा है। किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचने के लिए महिलाओं ने उनके पतियों को समय पर छुट्टी और रेस्ट देने की मांग की।
लोको पायलटो व गार्डो का ड्यूटी पर आने-जाने का समय निश्चित नहीं :
कार्यक्रम में लगभग सभी महिलाओं ने मेल एक्सप्रेस ट्रेनों का लिंक नहीं होने पर अपनी नाराजगी जताई। महिलाओं ने कहा कि ट्रेनों का लिंक नहीं बनने से उनके पतियों का ड्यूटी पर आने जाने का कोई समय निश्चित नहीं है। कोरोना से पहले ट्रेनों का लिंक बनने से उनके पति समय पर ड्यूटि आते-जाते थे। लेकिन कोराना काल से यह सिस्टम पूरी तरह गड़बड़ाया हुआ है। अब लगभग सभी मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें चल चुकी हैं, इसके बाद भी यह समस्या सामने आ रही है। इससे रेल की संरक्षा को भी खतरा पैदा हो रहा है। ड्यूटि पर जाने का समय पता नहीं होने के कारण पतियों को पूरा रेस्ट नहीं मिल रहा है।
जूनियर को मिल रहा सीनियर से ज्यादा वेतन :
कार्यक्रम में यह मुद्दा भी अधिकतर महिलाओं ने उठाया। कई महिलाओं ने कहा कि उनके पति सीनियर है, लेकिन उन्हें वेतन जूनियर से भी कम मिल रहा है। कई बार यह मुद्दा प्रशासन के समक्ष उठाया जा चुका है। लेकिन पिछले दो-तीन साल से प्रशासन यह मुद्दा सुलझाने में नाकाम रहा है। इस बात का असर उनके पतियों की कार्य क्षमता पर पड़ रहा है। मामले से प्रभावित चालक एकाग्रचित होकर अपनी ड्यूटि नहीं कर पा रहे हैं।गंगापुर में नहीं आती पानी-बिजली :<स्रद्ब1>गंगापुर की कई महिलाओं ने पानी और बिजली का मुद्दा उठाया। महिलाओं ने अधिकारियों को बताया कि गंगापुर में बिजली और पानी की बड़ी समस्या है। नलों में समय पर और प्रर्याप्त पानी नहीं आता है। कई बार गंदा पानी आता है। इससे कई बार बिना नहाए ही उनके पतियों को ड्यूटि पर जाना पड़ता है। कई बार ड्यूटी से आने के बाद भी नहाने को नहीं मिलता। यहां पर बिजली भी अपनी मनमर्जी से आती-जाती है। इससे गर्मियों में उनके पति को पूरा रेस्ट नहीं मिलता। बिना कंपलिट रेस्ट के ट्रेन चलाने पर संरक्षा को भी खतरा उत्पन्न हो रहा है।
समय पर नहीं हो रहे स्थानांतरण :
इसके अलावा कई महिलाओं ने स्थानांतरण का मुद्दा भी उठाया। कई बार मांग के बावजूद प्रशासन इच्छित जगह पर उनके पतियों के स्थानांतरण नहीं कर रहा है। कई मामलो में पति-पत्नि अलग-अलग शहरों में रह रहे हैं। इसके बाद भी स्थानांतरण नहीं हो रहे हैं।
पतियों को रेस्ट का मौका दे पत्नियां :
मांगे सूनकर अधिकारियों ने महिलाओं को यथा संभव समस्या के हल का आश्वासन दिया। इसके अधिकारियों ने भी महिलाओं ने अपील की वे अपने पतियों को घर में पूरा आराम का मौका दें। घर का वातावरण शांत रखें। पतियों को अनाश्यक तनाव नहीं दें। मन मुटाव और छोट-छोटी बातों पर लड़ाई-झगड़े से दूर रहने की कौशिश करे। पति के सामने घर की अनाश्यक समस्याओं का जिक्र नहीं करें। ताकि पति बिना किसी तनाव के निश्चत होकर ड्यूटि कर सके और किसी भी प्रकार की संभावित दुर्घटनाओं को टाला जा सके।
करीब दो घंटे चले इस कार्यक्रम में डीआरएम पंकज शर्मा तथा वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता (टीआरओ) एके श्रीवास्तव सहित अपने-अपने चैंबरों से भाग लिया। महिलाएं घर बैठे जूम एप के माध्यम से मोबाइल पर ऑन लाइन रहकर इस कार्यक्रम में शामिल हुईं।