प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली में प्रगति मैदान एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना का लोकार्पण किया

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज प्रगति मैदान एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना की मुख्य सुरंग और पांच अंडरपास राष्ट्र को समर्पित किए। एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना प्रगति मैदान पुनर्विकास परियोजना का एक अभिन्न अंग है। इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री श्री पीयूष गोयल, श्री हरदीप सिंह पुरी, श्री सोम प्रकाश, श्रीमती अनुप्रिया पटेल और श्री कौशल किशोर उपस्थित थे।

इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने परियोजना को केंद्र सरकार की ओर से दिल्ली के लोगों के लिए एक बड़ा उपहार बताया। उन्होंने यातायात की भीड़ और महामारी के कारण परियोजना को पूरा करने में चुनौती की व्यापकता का स्मरण करते हुए परियोजना को पूरा करने के लिए न्यू इंडिया की नई कार्य संस्कृति और श्रमिकों एवं इंजीनियरों को इसका श्रेय दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह एक नया भारत है जो समस्याओं का समाधान निकालता है, नए संकल्प लेता है और उन वादों को पूरा करने के लिए अथक प्रयास करता है।

प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी बल दिया कि कोई भी सरकार पहली बार इतने व्यापक पैमाने पर शहरी नियोजन को महत्व दे रही है। शहरी गरीबों से लेकर शहरी मध्यम वर्ग तक सभी को बेहतर सुविधाएं देने का काम किया जा रहा है। श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि देश पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान के विजन के माध्यम से बहुआयामी संपर्क बना रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान सबका विश्वास और सबका प्रयास का माध्यम है।

यह भी पढ़ें :   जन भागीदारी की समग्र भावना से मनाया जाएगा ‘आजादी का अमृत महोत्सव’

इस अवसर पर केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता कार्य तथा खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा वस्त्र मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा कि यह जीवन की सुगमता के प्रति प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिबद्धता का परिणाम है कि आज प्रगति मैदान एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना को पूरा किया गया है। “यह कहावत का एक अच्छा उदाहरण है, ‘मोदी है तो मुमकिन है’ (मोदी इसे संभव बनाते हैं)।”

श्री गोयल ने कहा कि सुरंग आत्मनिर्भर भारत का एक चमकदार उदाहरण है क्योंकि सुरंग का पूरा निर्माण और डिजाइन हमारे इंजीनियरों द्वारा किया गया है। उन्होंने कहा, “हमने इसके निर्माण के दौरान एकीकृत योजना और सिविल कार्यों के निष्पादन में एक व्यवस्थित बदलाव किया है और इस बदलाव से हमें केवल इस परियोजना में 32 करोड़ रुपए की बचत हुई है।”

श्री गोयल ने कहा कि यह सुरंग प्रगति मैदान में आईटीपीओ साइट की पुनर्विकास योजना का हिस्सा है और यह अत्याधुनिक सम्मेलन और प्रदर्शनी केंद्र अगले साल दिसंबर में प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में भारत की अध्यक्षता में जी20 शिखर सम्मेलन से पहले समय पर बनकर तैयार हो जाएगा। उन्होंने कहा, “यह सुविधा दुनिया को भारत की क्षमताओं, आधुनिकीकरण और पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता प्रदर्शित करेगी।”

हाल ही में संपन्न विश्व व्यापार संगठन के 12वें मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में भारत की सफलता का हवाला देते हुए श्री गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने भारत को अंतरराष्ट्रीय समुदाय में ऊंचा स्थान दिलाया है। उन्होंने कहा, “दुनिया भर में आज भारतीयों को जो प्रतिष्ठा मिलती है, वह एक नए और आत्मनिर्भर भारत का प्रतीक है जो दुनिया की आवाज के रूप में उभर रहा है।”

यह भी पढ़ें :   भारतीय आर्थिक सेवा/ भारतीय सांख्यिकी सेवा के लिखित परीक्षा, 2021 के परिणाम

श्री गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के मार्गदर्शन में भारत ने विश्व व्यापार संगठन की मंत्रिस्तरीय वार्ता में निर्णायक वक्तव्य दिया है। श्री गोयल ने कहा, “एक तरफ विश्व व्यापार संगठन और बहुपक्षवाद को बढ़ावा दिया गया है, जबकि भारत ने दुनिया के सामने खुलकर अपनी बात रखी और हमारे किसानों, मछुआरों और एमएसएमई के हितों को सुनिश्चित किया।” श्री गोयल ने कहा, “ गहरे समुद्रों में अवैध रूप से मछली पकड़ने पर रोक लगाई जा रही है और हमारे मछुआरों को हमारे ईईजेड में पूरी आजादी होगी। इसी तरह, हमने सुनिश्चित किया है कि एमएसपी बना रहे और हमारे किसानों के हितों की रक्षा हो।

प्रगति मैदान कॉरिडोर के प्रति दिल्ली सरकार के कठोर रवैये पर अफसोस जताते हुए श्री गोयल ने कहा कि दुर्भाग्य से राज्य सरकार ने परियोजना की लागत का सिर्फ 20 प्रतिशत हिस्सा पूरा करने के लिए बार-बार याद दिलाने दिलाने पर भी उसकी अनदेखी की। उन्होंने कहा, “जब राज्य सरकार का रवैया देखा, तो प्रधानमंत्री श्री मोदी ने घोषणा की कि केंद्र सरकार परियोजना की पूरी लागत वहन करेगी।”

श्री गोयल ने कहा, समय, मार्गदर्शन और इस परियोजना के प्रति प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा दिखाई गई चिंता दिल्ली के लोगों के प्रति उनकी संवेदनशीलता को प्रदर्शित करती है।

 

*********

एमजी/ एमए/ एसकेएस