ईएसआईसी का दो दिवसीय ‘चिंतन शिविर’ ऐतिहासिक नतीजों के साथ संपन्न हुआ

कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) के इतिहास में अपनी तरह का पहला दो दिवसीय ईएसआईसी ‘चिंतन शिविर’, सेवाओं के वितरण तंत्र में विस्तार और सुधार संबंधी ऐतिहासिक नतीजों और दूरगामी सिफारिशों के साथ संपन्न हुआ।

केंद्रीय श्रम, रोजगार, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने हरियाणा के सूरजकुंड में आयोजित ईएसआईसी ‘चिंतन शिविर’ में आज अपने समापन भाषण में ईएसआईसी के सेवा वितरण तंत्र में विस्तार और सुधार से जुड़े ऐतिहासिक नतीजों की जानकारी दी।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ईएसआईसी ‘चिंतन शिविर’ के नतीजे नीति और क्रियान्वयन के बीच की खाई को पाटकर प्रधानमंत्री के ‘स्वास्थ्य से समृद्धि’ वाले विज़न को पूरा करने में मदद करेंगे। ये आगे एक गेम चेंजर साबित होगा और ये सभी श्रम योगियों और उनके आश्रितों को बड़े पैमाने पर लाभान्वित करेगा।

माननीय मंत्री ने ईएसआईसी ‘चिंतन शिविर’ के 11 प्रमुख नतीजों की घोषणा की:

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The 2-day ESIC Chintan Shivir held detailed discussions on issues of capacity building, convergence, integration with Pradhan Mantri Jan Arogya Yojana & Ayushman Bharat Digital Mission and ways to achieve the vision of Swastha Se Samridhhi for our Shram Yogis & their dependents. pic.twitter.com/59INjIy60b

केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री ने उपस्थित लोगों को बताया कि ईएसआईसी ‘चिंतन शिविर’ की सिफारिशों और श्रम एवं रोजगार मंत्रालय और ईपीएफओ के अन्य मुद्दों को उठाया जाएगा और आंध्र प्रदेश के तिरुपति में 25-26 अगस्त, 2022 को होने वाले आगामी श्रम मंत्रियों के सम्मेलन के दौरान इन पर चर्चा की जाएगी।

माननीय श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री श्री रामेश्वर तेली ने ईएसआईसी ‘चिंतन शिविर’ के परिणामों पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि सरकार देश के श्रमिकों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।

श्रम एवं रोजगार सचिव श्री सुनील बर्थवाल ने सभी प्रतिभागियों से जमीनी स्तर पर प्रतिबद्ध होने और सभी हितधारकों के हितों के लिए काम करने का आग्रह किया।

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ईएसआईसी के महानिदेशक श्री मुखमीत एस. भाटिया, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की संयुक्त सचिव सुश्री विभा भल्ला, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के संयुक्त सचिव और एसएलईए श्री आलोक चंद्र, ईएसआईसी की वित्त आयुक्त सुश्री टी. एल. यादेन और मंत्रालय व ईएसआईसी के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने ‘चिंतन शिविर’ में हिस्सा लिया।

ईएसआईसी मेडिकल कॉलेजों के डीन, ईएसआईसी अस्पतालों के चिकित्सा अधीक्षकों और क्षेत्रीय निदेशकों ने ‘चिंतन शिविर’ में सक्रिय भागीदारी की और इन विषयों पर विचार-विमर्श किया –  1) ईएसआई कवरेज में विस्तार, 2) ईएसआईसी में चिकित्सा शिक्षा का विस्तार, 3) क्षमता निर्माण और प्रेरणा, 4) इन्फ्रास्ट्रक्चर – स्वास्थ्य सेवा सुधार की कुंजी, 5) ईएसआईसी-ईएसआईएस समन्वय व सहयोग, और 6) निवारक स्वास्थ्य और व्यावसायिक रोग।

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