गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात के साणंद में 350 बिस्तरों वाले ईएसआईसी अस्पताल की आधारशिला रखी

केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज गुजरात के अहमदाबाद के साणंद में 350 बिस्तरों वाले (500 बिस्तरों तक अपग्रेड करने योग्य) ईएसआईसी अस्पताल की आधारशिला रखी। 350 बिस्तरों वाले अस्पताल में ओपीडी, इनडोर सुविधाएं, एक्स-रे, रेडियोलॉजी, प्रयोगशाला, ऑपरेशन थियेटर, प्रसूति एवं स्त्री रोग सुविधाएं, आईसीयू और अल्ट्रासाउंड सहित अन्य आधुनिक सुविधाएं होंगी। 9.5 एकड़ में फैले अस्पताल के निर्माण पर 500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसे जल्द ही आवश्यकता के अनुसार 500 बिस्तरों वाले अस्पताल में अपग्रेड किया जा सकता है। गृह मंत्री ने कहा कि अस्पताल 12 लाख कर्मचारियों और उनके परिवारों उनके परिवारों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होगी।

श्री अमित शाह ने स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे के लिए प्रधानमंत्री के तीन आयामी समग्र दृष्टिकोण को दोहराया जिसमें चिकित्सा विज्ञान के बुनियादी ढांचे और मानव संसाधनों का विस्तार करना; आयुष जैसी पारंपरिक भारतीय चिकित्सा को मुख्यधारा में लाना; और प्रौद्योगिकी के उपयोग के माध्यम से विशेषज्ञता की उपलब्धता का विस्तार करना शामिल हैं।

 

साणंद में ESIC का अस्पताल भारत के सबसे आधुनिक अस्पतालों में से एक बनने वाला है। मेडिकल क्षेत्र की सभी सुविधाएं हमारे श्रमिकों को तो मिलेंगी ही मिलेंगी, साथ ही तहसील में आने वाले सभी ग्रामीण लोगों को भी इस अस्पताल की सभी सेवाएं मिलेंगी। pic.twitter.com/j7YXm7Jilv

इस अवसर पर केंद्रीय श्रम एवं रोजगार, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि राज्य और प्रशासन के सहयोग से परिणाम कुशलतापूर्वक प्राप्त करना संभव है। उन्होंने कहा कि 500 बिस्तरों वाला अस्पताल सबसे आधुनिक अस्पताल होगा, जिसमें न केवल कर्मचारियों को बल्कि क्षेत्र के सभी ग्रामीणों को भी सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उन्‍होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित नहीं रहेगा।

श्री अमित शाह ने श्रम मंत्रालय को “स्वास्थ्य से समृद्धि” का मंत्र प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया। भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जरूरी है कि श्रम बल का हर भागीदार स्वस्थ रहे। उन्‍होंने बताया कि डॉ. बी.आर. अम्बेडकर द्वारा शुरू की गई 70 साल पुरानी ईएसआईसी योजना ने अपने उद्देश्य को बहुत अच्छी तरह से पूरा किया है। ईएसआईसी योजना के तहत 3 करोड़ 90 लाख परिवार और 12 करोड़ लाभार्थी हैं। हमारी उपस्थिति देश भर के 598 जिलों में दिखाई दे रही है और “आजादी का अमृत महोत्सव” के 75 वें वर्ष में, मंत्रालय ने देश के 750 से अधिक जिलों में ईएसआईसी की पहुंच का विस्तार करने का संकल्प लिया है। श्री शाह ने कहा कि ईएसआईसी अब व्यावसायिक आधार पर काम कर रहा है और महिला श्रम बल के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देते हुए कार्य के विभिन्न क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।

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350 बिस्तरों वाले अस्पताल की नींव रखने और अपने संबोधन से प्रेरित करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद देते हुए श्री यादव ने अहमदाबाद के सभी वास्तुकला स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों के लिए साणंद ईएसआईसी अस्पताल के लिए वास्तुशिल्प डिजाइन बनाने के लिए एक प्रतियोगिता की घोषणा की। उन्होंने विजेता के लिए एक लाख रुपये, उपविजेता के लिए 50,000 रुपये और शीर्ष पांच डिजाइनों को 25,000 रुपये के तीन नकद पुरस्कार देने की भी घोषणा की। श्री यादव ने कहा कि अस्पताल अगले 100 वर्षों तक मरीजों और स्थानीय ग्रामीणों की सेवा करता रहेगा। मंत्री ने इस अवसर पर गुजरात सरकार द्वारा व्यवसाय सुरक्षा संहिता तैयार करने की दिशा में किए गए प्रयासों की सराहना की। उन्होंने भवन और निर्माण क्षेत्र में कार्यबल तक अपनी पहुंच बढ़ाने के ईएसआईसी के संकल्प को भी साझा किया ताकि उन क्षेत्र में काम करने वालों को भी सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर मिल सके।

गुजरात में ईएसआईसी योजना

कर्मचारी राज्य बीमा योजना गुजरात राज्य में 04.10.1964 को लागू की गई थी। इस योजना को प्रथम चरण में अहमदाबाद शहर और उसके उपनगरों में शुरू किया गया था और बाद में इसे वडोदरा, सूरत, राजकोट, जामनगर, अंकलेश्वर आदि जैसे अधिकांश औद्योगिक केंद्रों तक बढ़ा दिया गया। राज्य में यह योजना क्षेत्रीय कार्यालय अहमदाबाद, वडोदरा और सूरत में दो उप-क्षेत्रीय कार्यालयों, 34 शाखा कार्यालयों और भावनगर, अंकलेश्वर तथा वापी में 3 औषधालय-सह-शाखा अधिकारी के माध्यम से प्रशासित किया जाता है। अहमदाबाद, भावनगर, गांधीनगर, सुरेंद्रनगर, राजकोट, जामनगर, मेहसाणा, मोरबी, साबरकांठा, जूनागढ़ और पोरबंदर जिले क्षेत्रीय कार्यालय, अहमदाबाद के अधिकार क्षेत्र में आते हैं। उप-क्षेत्रीय कार्यालय वडोदरा मध्य गुजरात के पांच जिलों वडोदरा, पंचमहल, खेड़ा, भरूच और आणंद में ईएसआई योजना का संचालन करता है।

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उप-क्षेत्रीय कार्यालय सूरत, सूरत, नवसारी और वलसाड जिलों को कवर करता है। गुजरात के 33 जिलों में से, 1 जिला वडोदरा में अब ईएसआई अधिनियम के तहत यह योजना पूरी तरह से लागू है जिसे 01.03.2019 से प्रभावी रूप से लागू किया गया है, जबकि 18 जिलों में आंशिक रूप से लागू हैं (आरओ अहमदाबाद – 11 जिले, एसआरओ वडोदरा – 5 जिले और एसआरओ सूरत – 3 जिले)। ईएसआई योजना के तहत लगभग 68 लाख लाभार्थियों के साथ 17.84 लाख बीमा युक्त व्यक्ति हैं। चिकित्सा सुविधाएं 3 औषधालय सह-शाखा अधिकारी, 07 ईएसआईएस अस्पताल, 04 ईएसआईसी अस्पताल, 104 ईएसआई औषधालय, 1 बीमा चिकित्सा प्रैक्टिसनर के माध्यम से प्रदान की जा रही हैं। पैनल में शामिल 37 निजी अस्पतालों के माध्यम से बीमाकृत कर्मचारियों को सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जा रही हैं।

भारत में ईएसआई योजना

ईएसआईसी एक अग्रणी सामाजिक सुरक्षा संगठन है जो व्यापक सामाजिक सुरक्षा लाभ प्रदान करता है। यह उचित चिकित्सा देखभाल और आवश्यकता के समय जैसे कि काम के समय घायल होने, बीमारी, मृत्यु आदि में नकद लाभ समेत कई सुविधाएं उपलब्ध कराता है। अब, 1502 औषधालयों (मोबाइल डिस्पेंसरी सहित)/329 आईएसएम इकाइयां और 160 ईएसआई अस्पताल, 15 चिकित्सा संस्थान, 32 औषधालय-सह-शाखा कार्यालय, 744 शाखा / वेतन कार्यालय और 64 क्षेत्रीय और उप-क्षेत्रीय कार्यालय) के साथ इसके बुनियादी ढांचे में कई गुना वृद्धि हो चुकी है। इसके अलावा, इसने 9 संस्थानों में डीएनबी पाठ्यक्रम भी शुरू किए हैं।

श्रम एवं रोजगार और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री श्री रामेश्वर तेली, गुजरात सरकार में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, जल संसाधन और जल आपूर्ति मंत्री श्री ऋषिकेश गणेशभाई पटेल, गुजरात सरकार में श्रम, कौशल विकास और रोजगार राज्य मंत्री, पंचायत (स्वतंत्र प्रभार), ग्रामीण आवास और ग्रामीण विकास मंत्री श्री बृजेश मेरजा, गुजरात सरकार में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण एवं चिकित्सा शिक्षा, जनजातीय विकास राज्य मंत्री श्रीमती निमिषाबेन मनहरसिंह सुथार तथा साणंद विधायक श्री कनुभाई करमशीभाई पटेल सहित श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी कार्यक्रम में भाग लिया।

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