सरकार ने विशेषकर अनुसूचित जातियों के लिए विभिन्न योजनाएं शुरू की हैं जिनमें स्टैंड-अप इंडिया योजना, अनुसूचित जातियों के लिए ऋण संवर्धन गारंटी योजना (सीईजीएसएससी) और अनुसूचित जातियों के लिए उद्यम पूंजी कोष शामिल हैं। इन योजनाओं के अलावा सरकार ने समाज के सभी वर्गों के समावेशी विकास पर विशेष जोर दिया है।
बैंकों द्वारा अनुसूचित जाति समुदाय के व्यक्तियों को दिए गए ऋणों के साथ-साथ स्टैंड अप इंडिया, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम), राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (एनयूएलएम), सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों के लिए क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट (सीजीटीएमएसई), शिक्षा ऋण, अनुसूचित जातियों के लिए ऋण संवर्धन गारंटी योजना (सीईजीएसएससी), अनुसूचित जाति के लिए उद्यम पूंजी कोष जैसी विभिन्न ऋण योजनाओं के तहत भी इन व्यक्तियों को दिए गए ऋणों की समीक्षा बैठक के दौरान की जाएगी।
बैंकों में अनुसूचित जातियों के कल्याण के लिए किए गए उपायों की भी समीक्षा इस बैठक के दौरान की जाएगी। समीक्षा के दौरान आरक्षण, बैकलॉग रिक्तियों एवं उन्हें भरने के लिए उठाए गए कदमों और कल्याण संघों के साथ बैठकों सहित कल्याण और शिकायत निवारण व्यवस्था के कामकाज, मुख्य संपर्क अधिकारियों (सीएलओ) की नियुक्ति, शिकायत निवारण प्रकोष्ठ के गठन, इत्यादि पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
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