सीसीआई ने आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया लिमिटेड द्वारा एस्सार ग्रुप की संपत्तियों के अधिग्रहण को स्वीकृति दी

भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया लिमिटेड द्वारा एस्सार ग्रुप की संपत्तियों के अधिग्रहण को स्वीकृति दे दी है।

इस प्रस्तावित संयोजन में आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया लिमिटेड (एएमएनएस/ खरीदार) द्वारा एस्सार ग्रुप (ईजी/ लक्ष्य) से इन संपत्तियों (क) बिजली संपत्तियां (एस्सार पावर हजीरा लिमिटेड (ईपीएचएल), गांधार हजीरा ट्रांसमिशन लिमिटेड (जीएचटीएल)); (ख) बंदरगाह संपत्तियां (हजीरा कार्गो टर्मिनल्स लिमिटेड (एचसीटीएल), आइब्रॉक्स एविएशन एंड ट्रेडिंग प्रा. लि. (आईएटीपीएल), एस्सार बल्क टर्मिनल लिमिटेड (ईबीटीएल), एस्सार बल्क टर्मिनल पारादीप लिमिटेड (ईबीटीपीएल), एस्सार विजाग टर्मिनल्स लिमिटेड (ईवीटीएल)); (ग) अन्य संपत्तियां (स्नो व्हाइट एजेंसीज प्राइवेट लिमिटेड (एसडब्ल्यूएपीएल), भगवत स्टील लिमिटेड (बीएसएल)) का अधिग्रहण शामिल है। ये सभी संपत्तियां एस्सार ग्रुप से संबंधित हैं। एएमएनएस, आर्सेलर मित्तल एस. ए. (एएम) और उसकी सहयोगियों तथा निप्पॉन स्टील कॉर्पोरेशन, जापान (एनएससी) के बीच का एक संयुक्त उपक्रम है।

ईपीएचएल एक बिजली संयंत्र है, जो एएमएनएस, हजीरा, गुजरात से लगा हुआ है और इसमें दो 135 मेगावाट (प्रत्येक) क्षमता की उत्पादन इकाइयां शामिल हैं तथा इसे खरीदार द्वारा निजी (कैप्टिव) उद्देश्यों से उपयोग किया जाता है।

जीएचटीएल एक सार्वजनिक कंपनी है, जिसकी स्थापना कोयला सहित सभी खनिजों की पूर्वेक्षण, अन्वेषण, खनन, प्रसंस्करण, खरीद, बिक्री, वितरण और सामान्य व्यापार तथा बिजली उत्पादन, खरीद, पारेषण, वितरण और बिक्री के व्यवसाय के लिए की गई थी। इसके पास 104.6 किमी लंबी गंधार (एनटीपीसी) स्विचयार्ड से हजीरा तक 400 केवी पारेषण लाइन है, जिसका उपयोग खरीदार द्वारा कैप्टिव उद्देश्यों के लिए किया जाता है।

यह भी पढ़ें :   बांग्लादेश के सशस्त्र बल प्रभाग के रक्षा सचिव एवं प्रधान कार्मिक अधिकारी ने नई दिल्ली में चौथी भारत-बांग्लादेश वार्षिक रक्षा वार्ता की सह-अध्यक्षता की

ईबीटीएल के पास खम्बात की खाड़ी में स्थित डीप ड्राफ्ट ड्राई बल्क घाट, गुजरात मैरीटाइम बोर्ड (जीएमबी) का 25 मिलियन टन प्रति वर्ष (एमएमटीपीए) क्षमता वाला मगदल्ला पोर्ट टर्मिनल है। यह (i) कार्गो रखरखाव सेवाएं; (ii) घाट सेवाएं; (iii) जहाज रखरखाव सेवाएं; (iv) पायलटेज; और (v) टॉवेज सुविधाओं को उपलब्ध कराता है और खरीदार द्वारा कैप्टिव उद्देश्यों से इन्हें उपयोग किया जाता है।

ईबीटीपीएल के पास 8 एमएमटीपीए क्षमता के साथ पारादीप पोर्ट ट्रस्ट (पीपीटी) से साल भर संचालन के लिए ड्राई बल्क टर्मिनल लाइसेंस मिला हुआ है। उसके पास प्रति घंटे 4,500 टन (टीपीएच) क्षमता वाली पूर्ण मशीनीकृत जहाज लदान प्रणाली है। यह (i) बल्क कार्गो रखरखाव; और (ii) घाट सेवाएं उपलब्ध कराती है तथा खरीदार द्वारा कैप्टिव उद्देश्यों से इनका उपयोग किया जाता है।

यह भी पढ़ें :   केंद्रीय कॉरपोटेट कार्य राज्य मंत्री श्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा, कार्यबल में महिलाओं के सशक्तिकरण से भारत के आर्थिक विकास को गति मिलेगी

ईवीटीएल विशाखापट्टनम पोर्ट ट्रस्ट (वीपीटी) के तहत 12 एमएमटीपीए की वर्तमान क्षमता के साथ साल भर संचालन के लिए, डीप वाटर टर्मिनल कंसेसनायर कंपनी है।

एचसीटीएल, ईबीटीएल और ईबीटीपीएल की होल्डिंग कंपनी है। ईबीटीएल और ईबीटीपीएल में अपनी हिस्सेदारी के माध्यम से एचसीटीएल को बल्क और सामान्य कार्गो को संभालने के लिए बंदरगाहों और टर्मिनलों के विकास तथा संचालन में विशेषज्ञता हासिल है। अपनी सहायक कंपनियों के माध्यम से एचसीटीएल की भारत में 66 मीट्रिक टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) की मौजूदा क्षमता है।

आईएटीपीएल एक होल्डिंग कंपनी है और उसका कोई व्यावसायिक संचालन नहीं है।

एसडब्ल्यूएपीएल एक निजी कंपनी है, इसके पास ओडिशा में एक कार्यालय और एक अतिथि गृह के साथ एक भूखंड का स्वामित्व है। कार्यालय और अतिथि गृह का उपयोग मुख्य रूप से खरीदार के कर्मचारियों द्वारा किया जाता है।

बीएसएल को पहले एस्सार स्टील छत्तीसगढ़ लिमिटेड के नाम से जाना जाता था। उसने कोई व्यवसायिक संचालन शुरू नहीं किया है।

सीसीआई का इससे संबंधित विस्तृत आदेश बाद में आएगा।

 

****

एमजी/एएम/एमपी/वाईबी