विफा ने उठाया महिला स्वावलंबन का बीड़ा

विफा ने उठाया महिला स्वावलंबन का बीड़ा
श्रीअभ्युदय उत्सव में महिला उत्थान की अनेक घोषणाएं
नई दिल्ली  ब्राह्मणों के सबसे बड़े वैश्विक संगठन विप्र फाउंडेशन महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से उद्योगों की स्थापना में मदद करेगा। योजना के प्रथम चरण में राजस्थान के पांच प्रमुख स्थानों पर महिलाओं की ओर से संचालित उद्योगों की स्थापना की जाएगी। अगले चरण में देश के अन्य भागों में इन उद्योगों की स्थापना की जाएगी।
इसके अलावा फाउंडेशन गरीब परिवार की 111 कन्याओं के विवाह खर्च में योगदान देगा, जिसमें ब्राह्मण समाज के अलावा दस प्रतिशत कन्याऐं सफाई कर्मी व अन्य समाज की भी शामिल की जायेगीं। अपनी संस्कृति से बच्चों को सुशिक्षित करने का जिम्मा भी महिलाएं ही संभालेगी।
महिलाओं से जुड़ी इन घोषणाओं का संकल्प सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में विप्र फाउंडेशन महिला प्रकोष्ठ की ओर से नई दिल्ली में आयोजित अभ्युदय उत्सव में लिया गया।
इस समागम के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की धर्मपत्नी डॉ. मल्लिका नड्डा थी। समापन सत्र में मुख्य अतिथि शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी रही। महिला आयोग की राष्ट्रीय अध्यक्ष रेखा शर्मा, सांसद रीति पाठक ने भी अतिथि के रूप में शिरकत की
आयोजन की संयोजक चंद्रकांता राजपुरोहित ने बताया कि जन्म से लेकर शादी-विवाह के मंगल गीतों की प्रस्तुति ने तो कार्यक्रम को उत्सव में तब्दील कर दिया। रात्रि में सुप्रसिद् राजस्थानी गाायिका सीमा मिश्रा की रंगारंग प्रस्तुति पर तो पंडाल में मौजूद महिला और पुरुष झूम उठे।
इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत महिलाओं को तेजस्विनी सम्मान से सम्मानित किया गया। सम्मान पाने वालों में नुपूर शर्मा दिल्ली (राजनीति), बांसुरी स्वराज, दिल्ली (लीगल प्रोफेशन), सुरभि मिश्रा, जयपुर (स्पोटर्स), युक्ति भारद्वाज, गुडगांव (उद्योग), स्वाति शर्मा, कोलकाता (फाइनेंस), सुधा श्रीमाली, नोएडा (आईटी), शालिनी भारद्वाज, नोएडा (जर्नलिज्म), सुमन जोशी, बांसवाड़ा (कला) तथा अंजलि कौशिक, अहमदाबाद (सोशल सर्विल) शामिल थी।
इसके अलावा विफा के महिला समागम में प्रसिद्ध हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा, सांसद रमेश कौशिक मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री रहे छत्तीसगढ़ से वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा, विफा के संरक्षक बनवारी लाल सोती, संस्थापक संयोजक सुशील ओझा, राष्ट्रीय अध्यक्ष महावीर प्रसाद शर्मा, काँग्रेस नेता जितेंद्र भारद्वाज, राधेश्याम रंगा आदि भी मौजूद थे।